- आजमी सीरिया के आतंकी अबू बकर अल-शामी के संपर्क में था।
- आजमी अबू उमर और अबू बकर अल शामी से फोन और इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप के जरिए जुड़ा हुआ था।
- आजमी के पास अवैध हथियार, बम बनाने का सामान भी बरामद हुआ है।
UP ATS: उत्तर प्रदेश एटीएस ने आजमगढ़ से आतंकी संगठन आईएसआईएस के एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। एटीएस का दावा है कि सबाउद्दीन आजमी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के नेताओं पर हमले की साजिश रच रहा था। इसके अलावा आजमी आईएसआईएस का नेटवर्क खड़ा करने और अल्पसंख्यक युवाओं को भड़काने की साजिश में भी शामिल था। आजमी की गिरफ्तारी यूपी एटीएस ने केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के सहयोग से मंगलवार को हुई है। सबाउद्दीन ने आरआरएस नाम से ई-मेल आईडी भी बनाई थी और उसके जरिए फेसबुक अकाउंट बनाकर, आरएसएस के नेताओं को निशाना बनाने की साजिश पर काम कर रहा था। आजमी के पास अवैध हथियार, बम बनाने का सामान भी बरामद हुआ है। इसके अलावा स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भी बड़ी साजिश की योजना थी। एटीएस का दावा है कि आजमी, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM का सदस्य भी है।
अबू बकर अल-शामी के संपर्क में था
यूपी एटीएस का दावा है कि आजमी सीरिया के आतंकी अबू बकर अल-शामी के संपर्क में था। उसने जम्मू-कश्मीर में आतंकियों पर हो रही कार्रवाई का बदला लेने के लिए IED, ग्रेनेड बनाना और उसका इस्तेमाल करना सीखा। इसके अलावा वह बड़े पैमाने पर युवाओं को भर्ती कर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेताओं को निशाना बनाने की साजिश कर रहा था। अब एटीएस उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।
उत्तर प्रदेश एटीएस के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) नवीन अरोड़ा ने बताया कि आजमी के खिलाफ आईपीसी की धारा 121-ए (देश के खिलाफ युद्ध छेड़ना), 122 (देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने के इरादे से हथियार इकट्ठा करना), 123 (देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए एक डिजाइन के अस्तित्व को छुपाना) और धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) की धारा 13 और 18 और अवैध हथियार रखने के लिए 3/25 शस्त्र अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया है।
ऐप के जरिए करता था प्लानिंग
नवीन के अनुसार सबाउद्दीन आजमी को गिरफ्तार कर मंगलवार शाम को पूछताछ के लिए लखनऊ में एटीएस मुख्यालय लाया गया। जहां उसने खुलासा किया वह पहले फेसबुक के जरिए बिलाल के संपर्क में आया था और उसने आईएसआईएस सदस्य मूसा उर्फ कनब कश्मीरी का मोबाइल नंबर दिया था। एटीएस अधिकारी के अनुसार आजमी अबू उमर और अबू बकर अल शामी से फोन और इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप के जरिए जुड़ा हुआ था।
(एजेंसी इनपुट के साथ)