- 'सीएए और एनपीआर पर समाजवादी पार्टी का विरोध गैर वाजिब'
- यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा अखिलेश यादव को पाकिस्तान जाना चाहिए
- 'विरोध करने से पहले सीएए और एनपीआर को पढ़ुने की है जरूरत'
लखनऊ। नागरिकता संशोधन कानून पर ज्यादातर विपक्षी दलों को ऐतराज है। देश के अलग अलग हिस्सों में इसका विरोध भी हो रहा है। यूपी में हिंसा के बीच विरोध पर सियासत भी तेज हो चुकी है। समाजवादी पार्टी का कहना है कि सरकार इसके जरिए सांप्रदायिक राजनीति को बढ़ावा दे रही है। इन सबके बीच बीएसपी मुखिया मायावती का कहना है कि जो लोग इस कानून का विरोध कर रहे हैं उन्हें भी समझने की आवश्यकता है कि क्या उनका विरोध वाजिब है। ये बात अलग है कि वो भी इस कानून के खिलाफ मुखर हैं। लेकिन यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने अखिलेश यादव पर सीधा हमला किया है।
स्वतंत्र देव सिंह का कहना है कि अखिलेश यादव को पाकिस्तान जाना चाहिए। वो सिर्फ एक महीने पाकिस्तान में किसी मंदिर में पूजा अर्चना करें उन्हें समझ में आ जाएगा कि वहां क्या होता है। उन्हें नहीं पता है कि वो क्या चाहते हैं, जबकि उन्हें सीएए के साथ नेशनल पापुलेशन रजिस्टर के बारे में पढ़ना चाहिए।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विरोध करने का अधिकार हर किसी को है। लेकिन राजनीतिक दलों को यह समझना चाहिए कि आखिर वो किस मुद्दे पर विरोध कर रहे है। नागरिकता संशोधन कानून में स्पष्ट तौर पर जिक्र है कि इससे किसी भारतीय नागरिक को डरने की जरूरत नहीं है। लेकिन जानबूझकर माहौल खराब किया जा रहा है। कुछ लोगों को बीजेपी की लोकप्रियता रास नहीं आ रही है और वो सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।