नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में लंबे समय से अपना खोया हुआ जनाधार वापस में जुटी कांग्रेस ने लोगों के बीच अपनी पहुंच बनाने के लिए एक नई पहल शुरू की है। कांग्रेस राज्य के प्रत्येक कस्बे एवं गांव को पार्टी से जोड़ने के लिए 'प्रियंका कैलेंडर' तैयार किया है। पार्टी ने पहले चरण में 10 लाख कैलेंडर पार्टी इकाइयों के पास भेज दिए हैं। इन कैलेंडरों पर पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी की तस्वीर है। लोगों के बीच विश्वास कायम करने पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर कैलेंडर सौंपने और उन्हें कांग्रेस से जोड़ने का काम सौंपा है।
वायनाड कार्यालय ने जारी किए कैलेंडर
सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी के वायनाड कार्यालय ने इस कैलेंडर को पहले ही जारी कर दिया है। 12 पन्नों के इस कैलेंडल में प्रियंका के चुनावी कार्यक्रमों एवं सभाओं की तस्वीरें हैं। इस कैलेंडर में कांग्रेस महासचिव की राजनीतिक गतिविधियों एवं संघर्षों को तस्वीर के रूप में जगह दी गई है। कैलेंडर में प्रियंका की सोनभद्र में आदिवासी महिलाओं के साथ बातचीत, अमेठी में महिलाओं से मुलाकात, उज्जैन में महाकाल मंदिर में पूजा अर्चना, लखनऊ में गांधी जयंती समारोह, वाराणसी में रविदास जयंती और हाथरस पीड़ित परिवार से मुलाकात की तस्वीरें हैं।
2022 का चुनाव मजबूती से लड़ना चाहती है कांग्रेस
सूत्रों के मुताबिक इस कैलेंडर को उत्तर प्रदेश के सभी इलाकों में पहुंचाया जा रहा है। कैलेंडर पहुंचाने की यह योजना प्रियंका की अगुवाई में पार्टी का जनाधार बढ़ाने के इरादे से तैयार की गई है। कांग्रेस राज्य में 2022 का विधानसभा चुनाव मजबूती के साथ लड़ना चाहती है और इसके लिए उसने अपनी तैयारी अभी से शुरू कर दी है। सूत्रों का यह भी कहना है कि विस चुनाव में प्रियंका कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार भी हो सकती हैं।
पार्टी ने 'नौकरी अभियान' की शुरुआत की है
इसके पहले कांग्रेस ने गत 12 जनवरी को प्रियंका के जन्मदिन के मौके पर अपने 'नौकरी अभियान' की लखनऊ में शुरुआत की। इस अभियान की अगुवाई युवा कांग्रेस कर रहा है। राज्य में पार्टी को दोबारा खड़ी करने एवं संगठन को मजबूत बनाने की जिम्मेदारी नेताओं को पहले ही दे दी गई है। अपने 'संगठन सृजन' अभियान के तहत कांग्रेस की योजना सभी 8000 न्याय पंचायत वार्डों में अपनी इकाई खड़ी करने की है।
यूपी की राजनीति में हाशिए पर है कांग्रेस
उत्तर प्रदेश में कई दशकों तक सत्ता में रहने वाली कांग्रेस मौजूदा दौर में हाशिए पर चली गई है। सबसे बड़े राज्य में पार्टी को दोबारा खड़ा करने की जिम्मेदारी प्रियंका गांधी को सौंपी गई है लेकिन अभी वह कोई करिश्मा नहीं दिखा पाई हैं। 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले उन्हें पूर्वांचल की जिम्मेदारी सौंपी गई लेकिन इस चुनाव में वह कुछ खास नहीं कर पाईं। हालांकि, उन्होंने प्रदेश का बार-बार दौरा कर प्रदेश की समस्याओं को उठाया है और कानून-व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।