- इंतसार अली को दाढ़ी रखने के मामले में निलंबित कर दिया गया था
- केवल सिखों को हैं सेवा के दौरान दाढ़ी रखने की अनुमति
- इंतसार अली अपनी दाढ़ी कटवाकर एसपी से मिले, सेवा हुई बहाल
मेरठ: उत्तर प्रदेश के बागपत जनपद में दाढ़ी रखने पर अनुशासनहीनता में निलंबित किए गए दारोगा इंतसार अली ने आखिरकार कार्रवाई होने के बाद अपनी दाढ़ी कटवा ली। पुलिस अधीक्षक ने अली को फिर से बहाल कर दिया। बागपत के पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने बताया कि दारोगा इंतसार अली अपनी दाढ़ी कटवाकर आज उनसे मिलने आए थे और अपने कृत्य पर खेद भी जताया, जिसके बाद उनका निलंबन रद्द करते हुए उन्हें रमाला थाने में तैनाती दी गई है।
सिखों के अलावा किसी को दाढ़ी रखने की इजाजत नहीं
दरअसल, पुलिस में सिखों को छोड़कर किसी भी धर्म के शख्स को दाढ़ी रखने के लिए अपने आला अधिकारियों से पूर्व स्वीकृति लेनी होती है। उन्होंने कहा कि बागपत के रमाला थाने में तैनात दारोगा इंतसार अली ने दाढ़ी बढ़ा ली, लेकिन इसके लिए उन्हें कोई स्वीकृति नहीं दी गई थी। उन्होंने कहा कि दारोगा इंतसार अली को अनुशासनहीनता को लेकर चेतावनी दी गई, लेकिन उन्होंने दाढ़ी नहीं कटवाई।
एसपी ने की बहाली
एसपी ने बताया कि 20 अक्टूबर को कार्रवाई करते हुए दारोगा को निलंबित कर दिया गया था। निलंबित दारोगा कैमरे पर बोलने से बच रहे थे, लेकिन शनिवार को दाढ़ी कटवाकर दारोगा इंतसार अली कप्तान से मिलने पहुंच गए। एसपी ने भी देर नहीं की और अली की बहाली कर दी।