लखनऊ : उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के प्रकोप को खत्म करने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने बड़ा फैसला लिया। योगी सरकार ने राज्य के उन 15 जिलों के हॉटस्पॉट्स की पहचान की जहां इस महामारी से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं। सरकार ने लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, कानपुर सहित 15 जिलों के इन हॉटस्पॉट्स को सील करने का फैसला किया है। सरकार ने कहा है कि इस दौरान लोगों को अपने घर से बाहर निकलने की छूट नहीं होगी। जरूरी वस्तुएं, आवश्यक सामग्री एवं सेवाओं की होम डिलीवर की जाएगी।
राज्य के अतिरिक्त गृह सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि 15 जिलों के जिन इलाकों को सील किया जा रहा है उन स्थानों पर राशन, दवाएं, बैंकिंग सेवाओं सहित जरूरी सामग्रियों की कमी नहीं होने दी जाएंगी। ये सभी सेवाएं लोगों को उनके घर पर मिलेंगी। इस दौरान इन इलाकों को पूरी तरह सेनिटाइज किया जाएगा। सील कॉलोनियों एवं स्थानों से लोगों को बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि आगरा में 22, गाजियाबाद में 13, गौतमबुद्ध नगर में 12, कानपुर में 12, वासराणसी में चार, शामली में तीन, मेरठ में सात, बरेली में एक, बुलंदशहर में तीन, बस्ती में तीन, फिरोजाबाद में तीन, सहारनपुर में चार, महराजगंज में चार, सीतापुर में एक, लखनऊ में 8 बड़े और चार छोटे हॉटस्पॉट्स हैं।
उन्होंने कहा, 'इस दौरान कोविड-19 से पॉजिटिव पाए जाने वाले लोगों की पहचान की जाएगी। साथ ही ऐसे लोगों के सामाजिक संपर्कों के बारे में पता लगाया जाएगा। इन लोगों की भी जांच की जाएगी। ये सारी व्यवस्थाएं लॉकडाउन की अंतिम तिथि 15 अप्रैल तक प्रभावी रहेंगी।'
इस बीच, प्रधान स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन ने बताया कि उत्तर प्रदेश में कोविड-19 से संक्रमण के अब तक कुल 343 केस सामने आए हैं। इनमें से 187 केस तब्लीगी जमात से जुड़े हैं। जबकि 24 लोगों को उपचार के बाद ठीक किया गया है। चिकित्सा सुविधाओं का अत्यधिक इस्तेमाल करने के लिए दो से तीन जिलों में मिलने वाले कोरोना के पॉजिटिव केसों को एक अस्पताल में रखा जाएगा।
गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी ने अपने एक ट्वीट में लोगों से वस्तुओं की खरीदारी के लिए न घबराने की अपील की है। उन्होंने कहा कि चिन्हित हॉटस्पॉट्स को सील करने के साथ ही जरूरी वस्तुओं एवं सामग्रियों एवं सेवाओं की होम डिलीवरी की जाएगी। प्रशासन अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा।