- 1990 के दशक में राम मंदिर आंदोलन के दौरान कई कारसेवकों की जान गई थी
- मारे गए कारसेवकों के नाम पर अयोध्या में सड़क का निर्माण करेगी यूपी सरकार
- सड़क किनारे पट्टिका पर कारसेवक का नाम और उसकी तस्वीर लगाई जाएगी
अयोध्या : उत्तर प्रदेश सरकार ने 1990 के दशक में राम मंदिर आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले कारसेवकों के नाम पर शहर के सड़कों का नामकरण करने का फैसला किया है। इस तरह की सड़कों का नाम बलिदानी राम भक्त मार्ग रखा जाएगा। राज्य के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। राम मंदिर आंदोलन के दौरान अयोध्या में कई राम भक्तों की जान गई थी। डिप्टी सीएम ने बताया कि सड़क पर लगने वाली स्मारक पट्टिका पर मारे गए कारसेवक का नाम और तस्वीर होगी।
कारसेवकों के घर तक बनेगी सड़क
मौर्य ने कहा कि राम जन्मभूमि आंदोलन में अपने प्राणों की आहुति देने वाले कारसेवकों के घर तक भी सड़क बनाई जाएगी। डिप्टी सीएम ने कहा कि देश की सुरक्षा में शहीद होने वाले जवान व आंतरिक सुरक्षा में शहीद होने वाले पुलिस के जवान के घर तक अब जय हिंद वीर पथ बनेगा। सरकार जय हिंद वीर पथ के नाम से सड़क बनाने जा रही है।
मौर्य बोले-300 से ज्यादा सीटें जीतेगी भाजपा
डिप्टी सीएम ने कहा कि 2022 के चुनाव में 300 से अधिक सीट जीत कर भाजपा की सरकार बनेगी। प्रदेश में गुंडागर्दी की सरकार नहीं कोई चाहता है। उन्होंने कहा कि पार्टी में कार्यकर्ताओं का सबसे बड़ा सम्मान। हर कार्यकर्ता अपने आप को डिप्टी सीएम से कम न समझे। साथ ही प्रदेश में टॉपर स्टूडेंट के घर तक सड़क बनाई जाएगी। स्वामी विवेकानंद के नाम से भी सड़क बनेगी।
मौर्य ने विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया
मौर्य ने अयोध्या मंडल के 996 परियोजना का जिसकी कुल लागत 14 अरब 78 करोड़ है का शिलान्यास व लोकार्पण किया, जिसमें 391 परियोजनाएं, जिसकी कुल लागत 5 अरब 83 करोड़ है, का लोकार्पण तथा 605 परियोजना जिसकी लागत 8 अरब 95 करोड़ है, का शिलान्यास किया। जनपद अयोध्या के 145 परियोजना जिसकी लागत 3 अरब 66 करोड़ 7 लाख 37 हजार, जनपद अंबेडकरनगर की 126 परियोजना जिसकी कुल लागत 93 करोड़ 20 लाख, जनपद बाराबंकी की 83 परियोजना जिसकी कुल लागत 95 करोड़ 34 लाख, सुल्तानपुर की 172 परियोजना जिसकी कुल लागत 2 अरब 29 करोड़ 40 लाख, अमेठी के 77 परियोजनाओं जो कि एक अरब 4 करोड़ 2 लाख की है, का भी शिलान्यास किया है।