- प्रिंसिपल ने एक एनजीओ बनाकर अपने परिवार के लोगों को उसमें अहम पदों पर बैठाकर यह घोटाला किया है।
- प्रिंसिपल ने अपने पिता को एनजीओ का अध्यक्ष, मां को प्रबंधक और सचिव और पत्नी को कोषाध्यक्ष बनाया था
- प्रिंसिपल चंद्रकांत शर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया है।
Mid day Meal Scam in Firozabad: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में एक बड़ा घोटाला सामने आया है। प्राइमरी स्कूल के प्रिसिंपल ने शिक्षा विभाग और बैंक कर्मचारियों के साथ मिलकर मिड-डे मील के 11.46 करोड़ रुपये का गबन कर लिया। विजिलेंस टीम की जांच में के अनुसार ये घोटाला साल 2008 से 2014 के बीच किया गया है। प्रिंसिपल ने एक एनजीओ बनाकर अपने परिवार के लोगों को उसमें अहम पदों पर बैठाकर यह घोटाला किया है।
क्या है पूरा मामला
आगरा के पुलिस अधीक्षक (विजिलेंस) ने आलोक शर्मा बताया कि प्रिंसिपल ने एनजीओ को रजिस्टर करने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया। फिर अपने विभाग और बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत से मिड डे मील योजना के 11.46 करोड़ रुपये का घोटाला किया है। इस मामले में फिरोजाबाद जिले के बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक चंद्रकांत शर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया है। वह फिरोजाबाद जिले के शिकोहाबाद का निवासी है। और जाजूपुर में प्राथमिक विद्यालय में प्रिंसिपल के रूप में कार्यरत है। समिति का नाम सारस्वत आवासीय शिक्षा समिति था और इसका रजिस्ट्रेशन सोसाइटी एक्ट के तहत कराया गया।
ऐसे किया घोटाला
चंद्रकांत शर्मा ने साल 2007 में एक समिति का गठन किया था। समिति का रजिस्ट्रेशन सोसाइटी एक्ट के तहत कराया गया। इसके बाद साल 2008 से 2014 तक इस समिति को फिरोजाबाद जिले में मिड-डे-मील योजना के तहत 11,46,40,384 रुपए की रकम का भुगतान किया गया। इस रकम को शिकोहाबाद के पंजाब नेशनल बैंक में जमा किया गया और फिर वहां से कई अन्य बैंकों के फर्जी खातों में ट्रांसफर किया गया। एफआईआर के अनुसार, प्रिंसिपल ने अपने पिता को एनजीओ का अध्यक्ष, मां को प्रबंधक और सचिव और पत्नी को कोषाध्यक्ष बनाया था।