- उत्तर प्रदेश में अप्रैल तक संपन्न हो जाएंगे पंचायत चुनाव
- इस बार परिसीमन के बाद तय होगी आरक्षण व्यवस्था, लग सकता है कईयों को झटका
- विधानसभा चुनाव से पहले होने वाले इन चुनावों को माना जा रहा है सेमीफाइनल
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले होने वाले पंचायत चुनाव के लिए सररगर्मियां तेज हो गई हैं। इसी साल होने वाले पंचायत चुनव को लेकर उम्मीदवार ऐसी सीटों को भी तलाश रहे हैं जो आरक्षित या अनारक्षित हैं क्योंकि इसका जवाब मिलने के बाद ही उम्मीदवार तय होंगे और इसके बाद वो अपने प्रचार अभियान को तेज कर सकेंगे। कई जिलों या क्षेत्रों में परिसीमन के बाद इस बार सीटें घट गई हैं जिसका खामियाजा संभावित उम्मीदवारों को भुगतना पड़ सकता है।
इस तरह होता है परिसीमन
पहले हुए चुनावों में नेता अपने रसूख के बल पर सीटों को आरक्षित या अनारक्षित करवा लेते थे लेकिन योगी सरकार के आने के बाद हालात ऐसे नहीं हैं। इस बार ग्राम पंचायतों में आरक्षण की व्यवस्था ऑनलाइन होने की बात सामने आई है। राज्य में पंचायत चुनाव 15 मार्च से लेकर 7 अप्रैल के बीच होने की संभावना है। परिसीमन की पूरी लिस्ट सामने आने क बाद ही आरक्षण की प्रक्रिया भी पूरी की जाएगी।
मतपत्रों से होंगे चुनाव
पंचायत चुनाव में इस बार भी मतपत्रों का इस्तेमाल किया जाएगा जिसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। ग्राम, जिला और क्षेत्र पंचायत के चुनावों को एक साथ कराया जाएगा। सभी दलों ने चुनाव लड़ने के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं और इन्हें विधानसभा चुनाव से पहले का सेमीफाइनल माना जा रहा है। देखने वाली बात होगी कि चुनाव में कौन बाजी मारेगा।
बाराबंकी की लिस्ट सामने
राज्य के कुछ जिलों में परिसीमन की लिस्ट सामने आ चुकी है जिसके बाद संभावित उम्मीदवारों को झटका लगा है। बाराबंकी की बात करें तो यहां की परिसीमन की जो सूची सामने आई हैं उसके मतुाबिक डीडीसी की एक, क्षेत्र पंचायत सदस्य (बीडीसी) की 16, प्रधान की पांच और ग्राम सदस्यों की 109 सीटें कम हो गई हैं। इस लिस्ट के सामने आने के बाद कई संभावित उम्मीदवारों के हाथ मायूसी लगी है क्योंकि ये पिछले काफी समय से चुनाव लड़ने की तैयारियों में जुटे हुए थे।
प्रयागराज का ऐसा है हाल
इसी तरह प्रय़ागराज के परिसीमन कि जो कथित सूची सामने आई हैं उसके मुताबिक जिले में पहले की तुलना में 193 बीडीसी सदस्य घट गए हैं जबकि जिला पंचायत की 8 सीटें भी कम हुई हैं। जिले में पहले 1637 ग्राम सभाएं जो अब घटकर 1540 है। नई लिस्ट सामने आने के बाद अब आरक्षण के लिए काम किया जा रहा है जिसके बाद महिला सीटों तथा अन्य की गणना होगी।