- पुलिस टीम पर हमला करने के बाद से फरार हैं ये सभी गुर्गे
- पुलिस ने पोस्टर में सभी की तस्वीरें जारी कीं, एफआईआर दर्ज
- इन सभी पर लूट एवं हत्या का केस पहले से दर्ज है
कानपुर : कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की बेदर्दी से हत्या करने वाले हिस्ट्रशीटर विकास दुबे के सहयोगियों पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। यूपी पुलिस ने वारदात वाली रात विकास का साथ देने वाले उसके 15 गुर्गों के खिलाफ केस दर्ज किया है। यूपी पुलिस ने इन 15 आरोपियों की एक पोस्टर पर तस्वीरें जारी की हैं। इन पद्रंह आरोपियों में कुछ बिकरू गांव के और कुछ अन्य गांव के हैं। पुलिस ने अपनी जांच में पाया है कि ये सभी वारदात वाली रात से ही फरार हैं। इन सभी के खिलाफ हत्या और लूट के मामले पहले से चल रहे हैं। यूपी पुलिस की टीमें विकास और उसके सहयोगियों की तलाश में दिल्ली, उत्तराखंड सहित कई राज्यों में दबिश दे रही हैं।
गुरुवार रात हुआ पुलिस टीम पर हमला
बिकरू गांव में गुरुवार रात हिस्ट्रशीटर विकास दुबे को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस टीम पर घात लगाकर जानलेवा हमला हुआ। इस हमले में आठ पुलिसकर्मी मारे गए। पुलिस टीम पर यह हमला विकास और उसके गुर्गों ने किया। मामले में गिरफ्तार विकास के करीबी सहयोगी दयाशंकर अग्निहोत्री ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि दबिश की जानकारी विकास को चंद घंटे पहले मिल चुकी थी। दयाशंकर का कहना है कि चौबेपुर थाने से किसी ने विकास को पुलिस टीम की दबिश के बारे में जानकारी दी। इसके बाद विकास अपने गुर्गों को बुलाया और पुलिस टीम पर हमले की साजिश रची।
चौबेपुर थाने की पुलिस रडार पर
दयाशंकर के इस सनसनीखेज खुलासे के बाद यूपी पुलिस ने चौबेपुर के कई पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर उनसे मुखबिरी के बारे में पूछताछ कर रही है। संदेह में आए पुलिसकर्मी पुलिस के रडार पर हैं और उनके मोबाइल की सीडीआर की जांच की जा रही है। यही नहीं कानपुर नगर के आईजी मोहित अग्रवाल ने चोबेपुर पुलिस स्टेशन में 10 कॉन्स्टबेल का ताबादला किया है। विकास के बारे में सुराग पाने के लिए यूपी पुलिस ने उसके सिर पर ढाई लाख रुपए का इनाम घोषित किया है। इस हिस्ट्रीशीटर की तलाश में 40 पुलिस थानों की 25 टीमें लगी हैं लेकिन अभी तक विकास उनके हत्थे नहीं चढ़ पाया है।
विकास के करीबियों पर हुई कार्रवाई
पुलिस ने विकास के परिजनों एवं करीबियों पर भी कार्रवाई की है। विकास की बहु, पड़ोसी और एक घरेलू नौकरानी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। नौकरानी पर आरोप है कि घटना वाली गुरुवार की रात वह विकास को मदद पहुंचा रही थी। इन तीनों की पहचान शमा, सुरेश वर्मा और रेखा के रूप में हुई है। विकास के दूसरे राज्यों में भागने से रोकने के लिए पुलिस ने टोल प्लॉजा सहित नेपाल बॉर्डर पर उसके पोस्टर लगवाए हैं।