- यूपी में कोरोना मरीजों की संख्या अब तक 1449, करीब 40 फीसद जमात से जुड़े
- लखनऊ, आगरा, गौतमबुद्धनगर ज्यादा प्रभावित
- यूपी सरकार की तरफ से टेस्टिंग और ट्रेसिंग को बढ़ाया गया
नई दिल्ली। कोरोना और जमातियों के बीच संबंध इसी बात से साफ है कि ज्यादातर राज्यों में जितने भी केस सामने आए हैं उनमें 40 से 60 फीसद जमात से जुड़े हैं। यूपी सरकार ऐसे जमातियों के खिलाफ अभियान चला रही है जो निजामुद्दीन मरकज में शामिल हुए थे। करीब 48 घंटे के ऑपरेशन में 150 से ज्यादा जमातियों को ढूंढ निकाला गया है। इन सभी जमातियों को क्वारंटीन में रखा गया है इसके साथ 3 204 जमातियों की गिरफ्तारी हुई है जिसमें 341 का संबंध विदेशों से है।
जमातियों के खिलाफ यूपी पुलिस की कार्रवाई
यूपी पुलिस को खुफिया विभाग की तरफ से जानकारी मिली थी कि करीब 500 की संख्या में जमाती प्रदेश के अलग अलग हिस्से में छिपे हुए हैं। तब्लीग की गुजरात शाखा से करीब 10 जमाती कानपुर में छिपे हुए थे। इसके अलावा 123 जमाती मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद और हापुड़ में थे। इसके अलावा हाथरस, और बरेली में छानबीन की गई थी। जमातियों को खोजने का सिलसिला 19 अप्रैल से शुरू हुआ था।
मेरठ जोन में करीब 1400 जमातियों की धरपकड़ हुई
मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार-1 ने बताया कि नाइट विजन ड्रोन्स और एडवांस्ड,सर्विलांस मशीनरी की मदद से जमातियों की पहचान की गई। इसके अतिरिक्त अलग अलग जिलों में जमात से जुड़े लोगों की खोज में स्पेशल टीमें लगाई गईं। इसके साथ ही लोगों से भी अपील की गई कि अगर जमातियों से जुड़ी कोई भी जानकारी मिलती है तो संबंधित पुलिस थानों को तुरंत जानकारी दें। मेरठ जोन में अकेले 1400 जमातियों की पहचान की गई।