उत्तर प्रदेश के संसदीय कार्य राज्य मंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ल जिन्होंने कल बलिया के डीएम को पत्र लिखकर लाउडस्पीकर की अजान से दिक्कत बताई थी वो अब मुस्लिम महिलाओं को लेकर स्टेटमेंट दे रहे हैं, उनका कहना है कि बुर्का अमानवीय व्यवहार व कुप्रथा है इसलिए देश में तीन तलाक की तर्ज पर मुस्लिम महिलाओं को बुर्के से भी मुक्ति दिलाई जाएगी। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि विकसित सोच वाले लोग न तो बुर्का पहन रहे हैं और न ही इसे बढ़ावा दे रहे हैं।
इससे पहले मस्जिद से आने वाली अवाज को लेकर हाल ही में यूपी के इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर संगीता श्रीवास्तव ने शिकायत की थी कि उनके आवास के समीप स्थित मस्जिद से सुबह के वक्त लाउडस्पीकर पर आने वाली अजान से उनकी नींद खराब होती है। उन्होंने इस पर रोक लगाने की मांग की थी वहीं इसी क्रम में बलिया से भी ऐसा ही मामला सामने आया।
योगी सरकार में संसदीय कार्य राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने इसको लेकर बलिया के जिलाधिकारी को पत्र लिखकर अपनी दिक्कत बताई थी। राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने डीएम को जो लेटर लिखा है उसमें लिखा है कि बलिया में स्थित मस्जिदों में नमाज के दौरान अजान, दिनभर लाउडस्पीकर के माध्यम से धार्मिक प्रचार-प्रसार, मस्जिद निर्माण हेतु चंदा एकत्र करने और विभिन्न प्रकार की सूचनाओं को अत्यधिक तेज आवाज में प्रसारित किया जाता है, जिससे छात्रों के पठन-पाठन और बच्चों, वृद्ध व बीमार लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, साथ में जनसामान्य को अत्यधिक ध्वनि प्रदूषण का सामना करना पड़ रहा है...
प्रयागराज में बदली लाउडस्पीकर की दिशा
गौर हो कि हाल ही में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर संगीता श्रीवास्तव की शिकायत के बाद प्रयागराज मस्जिद प्रबंधन ने इस संबंध में कदम उठाते हुए लाउडस्पीकर की दिशा बदल दी है और उसकी आवाज को भी कम किया गया है। सिविल लाइंस मस्जिद के प्रबंधन का कहना है कि डीएम को वीसी के पत्र के बाद स्थानीय पुलिस ने उनसे संपर्क किया था। उन्होंने तदनुसार लाउडस्पीकरों की आवाज को कम कर दिया है, उनकी संख्या को भी घटाकर चार से 2 कर दिया गया है और उनकी दिशा बदल दी है ताकि वीसी इलाहाबाद विश्वविद्यालय की वीसी को कोई असुविधा न हो।