नई दिल्ली : संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ देशभर में जारी विरोध-प्रदर्शनों की गूंज सोमवार को संसद में भी सुनाई दे रही है। कार्यवाही शुरू होते ही सांसदों ने सीएए और एनपीआर को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी। इससे पहले विपक्षी दलों की ओर से सीएए पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव दिया गया था। सांसदों ने सरकार से एनआरसी व एनपीआर की प्रक्रिया पर रोक लगाने की मांग की।
इस दौरान लोकसभा में कुछ विपक्षी सदस्यों ने 'गोली मारना बंद करो, देश को तोड़ना बंद करो।' विपक्षी सदस्यों की ओर से इस तरह की नारेबाजी उस वक्त और तेज हो गई, जब केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर सदन में अपनी बात रखने के लिए खड़े हुए। संसद में सदस्यों ने दिल्ली के जामिया इलाके में 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर राजघाट जा रहे प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया।
इस सिलसिले में एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया है। यह घटना दिल्ली में अनुराग ठाकुर की 27 जनवरी को हुई एक रैली में लगे विवादित नारे के बाद सामने आई थी, जिसमें बीजेपी नेता ने जब 'देश के गद्दारों को...' नारा लगाया तो भीड़ ने इसका जवाब 'गोली मारो सालों को' के साथ दिया। इसके बाद शाहीन बाग और जामिया से शूटिंग की अन्य वारदातें भी सामने आईं।
सीएए के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन के बीच जामिया में फायरिंग पर एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी का गुस्सा भी फूट पड़ा, जिन्होंने लोकसभा में कहा, 'हम जामिया के बच्चों के साथ हैं। ये हुकुमत जुल्म कर रही है बच्चों पर। ये जानते हैं कि एक बच्चे की आंख चली गई, बेटियों को मार रहे हैं। शर्म नहीं है इनको, बच्चों को मार रहे हैं, गोलियां मार रहे हैं।'
लोकसभा में सदस्यों ने एलआईसी में आंशिक हिस्सेदारी आईपीओ के जरिये बेचने के सरकार के फैसले का भी विरोध किया। सीएए और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को लेकर राज्यसभा में भी खूब हंगामा हुआ। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने इस पर हंगामा शुरू कर दिया। भारी शोर-शराबे के बीच सदन की कार्यवाही पूर्वाह्न 11 बजे शुरू होने के 15 मिनट बाद ही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
इससे पहले विपक्ष के कई सदस्यों ने सीएए व एनपीआर का देशभर में हो रहे विरोध का हवाला देते हुए स्थगन प्रस्ताव देकर सरकार से इस पर पुनर्विचार करने की अपील की तो एनपीआर और एनआरसी की प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाने के लिए भी कहा।