- वैष्णो देवी यात्रा के नए ट्रैक पर आवाजाही रोक लगा दी है
- भूस्सखन और बारिश के चलते उठाया गया ये कदम
- अमरनाथ यात्रा भी 31 जुलाई को रद्द कर दी गई है
- जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध होने के कारण रद्द हुई यात्रा
नई दिल्ली: वैष्णो देवी यात्रा के नए ट्रैक पर आवाजाही रोक दी गई है इसके पीछे मौसम की मार बताई जा रही है। इस क्षेत्र में बारिश और भूस्खलन के चलते ये कदम उठाया गया है, लेकिन श्रद्धालुओं को वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले पारंपरिक ट्रैक से यात्रा करने की अनुमति दी गई है जिससे वो मां वैष्णों के दरबार में दर्शन करने जा सकते हैं।
सिक्योरिटी के मद्देनजर प्रशासन ने ये कदम उठाया है कि ताकि श्रद्धालु सुरक्षित तरीके से मां वैष्णों की यात्रा कर सकें, इसके साथ ही रास्ते को सुचारू करने के काम में भी प्रशासन जुटा हुआ है और वो यहां मलबे को भी हटवा रहा है।
कटरा-सांझीछत सेक्टर से हेलीकाप्टर सेवाओं को भी निलंबित कर दिया गया है क्योंकि मौसम की मार के चलते उनको उड़ान भरने में दिक्कत हो रही है। नए ट्रैक पर पर भूस्खलन और चट्टानों के टूट कर गिरने से रास्ता प्रभावित हुआ है, जिसकी वजह से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है हालांकि इसको साफ किया जा रहा है।
अमरनाथ यात्रा भी 31 जुलाई को रद्द
वहीं जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध होने के कारण बुधवार को अमरनाथ यात्रा रद्द कर दी गई है। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर अवरोध होने के कारण भगवती नगर यात्री निवास से बुधवार को किसी श्रद्धालु को यात्रा के लिए अनुमति नहीं दी गई।
बताते हैं कि इस यात्रा के दौरान 26 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। इसके अलावा दो स्वयंसेवियों और दो सुरक्षाकर्मियों की भी मौत हो चुकी है। श्रद्धालुओं के अनुसार, कश्मीर में समुद्र तल से 3,888 मीटर ऊपर स्थित अमरनाथ गुफा में बर्फ की विशाल संरचना बनती है जो भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों की प्रतीक है।
श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के अधिकारियों ने कहा कि एक जुलाई से यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 3,31,770 यात्री पवित्र शिवलिंग के दर्शन कर चुके हैं वहीं मंगलवार को 10,360 यात्रियों ने दर्शन किए।