- पड़ोसी राज्यों में पराली जलने से खराब होती जा रही हवा
- दिल्ली एनसीआर में बहुत खराब श्रेणी के साथ प्रदूषण का दौर जारी
- इस सीजन में 534 एक्यूआई के साथ वायु गुणवत्ता सूचकांक ने छुआ नया रिकॉर्ड
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। दिल्ली में हवा की गुणवत्ता ज्यादातर हरियाणा, पंजाब और पड़ोसी क्षेत्रों में पराली जलने के कारण 'गंभीर' श्रेणी में रही। सिस्टम ऑफ़ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) द्वारा अपडेट किए गए ताजा अनुमानों के अनुसार, एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) मंगलवार सुबह 534 पर पहुंच गया, जो इस सीजन में एक नया उच्च स्तर था। PM 2.5 अब विंटरटाइम की विशेषता के रूप में PM10 के बजाय प्रमुख प्रदूषक तत्व बन गया है।
राजधानी क्षेत्र में दम घोटू हवा:
सुबह 6 बजे अपडेट किए गए SAFAR के अनुमान के मुताबिक, दिल्ली विश्वविद्यालय, पूसा रोड, मथुरा रोड, IIT- दिल्ली, इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (टर्मिनल -3) और अय्यनगर सहित राष्ट्रीय राजधानी के अधिकांश क्षेत्रों में वायु की गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज की गई है। जहां का AQI क्रमश: 554,537, 524, 596, 562 और 574 रहा।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, आईटीओ में AQI 469 और नरेला में गंभीर श्रेणी 489 पर है। न्यूज एजेंसी एएनआई की ओर से भी कुछ आंकड़े सामने आए हैं।
NCR में भी वायु प्रदूषण की स्थिति 'गंभीर' श्रेणी में है और कई क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता दिल्ली जैसी ही रही। मंगलवार सुबह, नोएडा और गुरुग्राम दोनों में क्रमशः 599 और 560 की AQI के साथ 'गंभीर' श्रेणी में वायु गुणवत्ता दर्ज की गई है।
SAFAR के अनुसार, 51 और 100 की सीमा के बीच AQI को 'संतोषजनक' या 'बहुत अच्छा' माना जाता है, 101-200 'मध्यम' है, 201-300 'गरीब' की श्रेणी में आता है। जबकि 300-400 को 'बहुत खराब' माना जाता है, 401-500 के बीच का स्तर 'खतरनाक' श्रेणी में आता है।