नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ समय से इस पर लगातार चर्चा बनी हुई है कि अगर किसी ने इंटरनेट पर पोर्न देखी तो उसकी खैर नहीं होगी, वो यूपी पुलिस की रडार पर आ जाएगा। उसे मैसेज भेजकर ऐसा न करने के लिए कहा जाएगा और फिर भी वो नहीं मानता है तो उसको गिरफ्तार भी किया जा सकता है। इसके बाद सोशल मीडिया पर एक मैसेज भी वायरल होता है, जिससे ये बहस और तेज हो जाती है।
मैसेज में लिखा है, 'इंटरनेट यूजर जितेंद्र कुमार, उत्तर प्रदेश पुलिस 1090 आपको अश्लील पोर्न वीडियो देखने के अपराध में पूर्वसूचित किया जाता है कि अगली बार अश्लील वीडियो देखने पर चेतावनी देने की बजाय कानूनी कार्यवाही की जाएगी। From:- यूपी पुलिस'। ये मैसेज फेक है। इसके खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं।
चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखना अपराध
दरअसल, वुमेन पावर लाइन 1090 यूपी पुलिस ने महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए एक अभियान शुरू किया है, जिसके अनुसार, चाइल्ड पोर्नोग्राफी से संबंधित इंटरनेट पर उपलब्ध सामग्री सर्च करने वालों को पॉप-अप संदेश के माध्यम से सेंसटाइज किया जाएगा। लेकिन इसका अर्थ ये निकाला गया कि यूपी में जो भी अब पोर्न सर्च करेगा उसे ये संदेश भेजा जाएगा। जबकि ऐसा नहीं है। आपको बता दें कि आईटी एक्ट के तहत चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखना, सर्च करना और आदान-प्रदान करना अपराध की श्रेणी में आता है।
ये काम करेगी 1090
1090 ने भी अपने संदेश में कहा, 'उत्तर प्रदेश वीमेन लाइन 1090 द्वारा 12 फरवरी 2021 को डिजिटल आउटरीच प्रोग्राम 'हमारी सुरक्षा' का शुभारंभ किया गया, जिसमें महिला सुरक्षा के लिए 360 डिग्री डिजिटल चक्रव्यूह का रोड मैप साझा किया गया। इस अभियान के अंतर्गत डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से लोगों को 1090 के बारे में जागरूक किया जाएगा और महिलाओं एवं बच्चों के लिए सुरक्षित वातावरण बनाने के लिए सामाजिक चेतना विकसित करने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइकोग्राफ्किस जैसी अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए चाइल्ड पोर्नोग्राफी से संबंधित इंटरनेट पर उपलब्ध सामग्री सर्च करने वाले लोगों को पॉप-अप संदेश के माध्यम से सेंसटाइज किया जाएगा।'
AGD नीरा रावत ने रखा पक्षा
'इंडिया टुडे' की खबर के अनुसार, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (1090) नीरा रावत ने एक रोकथाम रणनीति के हिस्से के रूप में कहा यूपी पुलिस ने लोगों को कानून के बारे में सावधानी बरतने और चाइल्ड पोर्नोग्राफी के बारे में उन्हें जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करने का फैसला किया है।
एडीजी नीरा रावत ने कहा, 'ब्राउजर में पॉप-अप में चाइल्ड पोर्नोग्राफी के खिलाफ जागरूकता संदेश होगा। हम साइटों के ब्राउजिंग पर एक चौकीदार के रूप में काम नहीं कर रहे हैं।'