- आंध्र प्रदेश में केमिकल गैस लीकेज होने के चलते 11 की दर्दनाक मौत
- विशाखापत्तनम के एलजी पॉलिमर्स इंडस्ट्री में हुआ केमिकल गैस का रिसाव
- राहत और बचाव कार्य किए गए, कई गांव कराए गए खाली
विशाखापत्तनम: आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एक फार्मा कंपनी एलजी पॉलिमर्स इंडस्ट्री में केमिकल में गैस रिसाव होने की वजह से बड़ा हादसा हो गया है। गुरुवार सुबह तड़के करीब 2.30 से तीन बजे के करीब यह लीकेज शुरू हो गया और जल्द ही फैल गया। खबर लिखे जाने तक इस हादसे में एक बच्चे समेत 11 लोगों की मौत हो गई है जबकि सैंकड़ों लोग इससे प्रभावित बताए जा रहे हैं।। गैस लीकेज के बाद पास के कई नजदीकी गांवों को खाली कराया गया है और 20 गांव इससे प्रभावित हुए हैं।। घटना विशाखापट्टनम के आरआर वेंकटपुरम गांव की है।
लोगों को वहां से निकालकर अस्पताल में भर्ती किया गया है, 20 गांव के लोगों को वहां से सुबह ही सुरक्षित जगहों और अस्पतालों में पहुंचा दिया गया। रिसाव पर नियंत्रण पाया जा चुका है।
नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स के सदस्यों और एम्स के निदेशक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया,'यह विशाखापत्तनम से 20 किलोमीटर दूर गैस लीकेज हुआ था। यह गैस जहरीली और मानव शरीर के लिए खतरनाक है। अभी तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है।' एनडीआरएफ के डीजी ने बताया कि यह हादसा देर रात ढ़ाई बजे हुआ था लोगों को सांस लेने में दिक्कत हुई और जहरीली गैस की वजह से दिक्कतें होने लगी। सुबह में करीब 250 परिवारों को बाहर निकाला गया। डोर-टू-डोर सर्च ऑपरेशन पूरा हो चुका है।' इस मामले में एफआईआर दर्ज हो चुकी है।
नौसेना ने भी की मदद
भारतीय नौसेना ने किंग्स जॉर्ज अस्पताल को 5 और पोर्टेबल मल्टीफ़ेड ऑक्सीजन मैनिफोल्ड्स सेट प्रदान किए हैं। आज सुबह एलजी पॉलीमर्स विशाखापत्तनम में गैस रिसाव से प्रभावित होने वाले बड़ी संख्या में रोगियों को ऑक्सीजन प्रदान करने के लिए नेवल डॉकयार्ड विशाखापत्तनम (एनडीवी) की तकनीकी टीमें अस्पताल में मौजूद हैं। पोर्टेबल मल्टीफेड ऑक्सीजन मैनिफोल्ड सिस्टम को एनडीवी द्वारा डिज़ाइन किया गया था। यह एक बड़ी ऑक्सीनजन बोतल है जो रोगियों के लिए अधिक लाभदायी है। कोविडनामित अस्पतालों में उपयोग के लिए जिला प्रशासन को इस तरह के 25सेट प्रदान किए गए थे।
मंत्री बोले की जाएगी कार्रवाई
आंध्र प्रदेश के उद्योग मंत्री एमजी रेड्डी ने बताया, 'कारखाने में गैस रिसाव की सूचना के बाद, लॉकडाउन प्रक्रिया तुरंत शुरू की गई थी। स्थानीय प्रशासन को सूचित किया गया। गैस रिसाव पर नियंत्रण पा लिया गया था। लेकिन, आस-पास के इलाकों में थोड़ी गैस फैल गई जिससे लोग प्रभावित हो गए। इसके लिए कंपनी जिम्मेदार है। उन्हें सामने आकर हमें यह बताना होगा कि इसके लिए प्रोटोकॉल का पालन किया गया कि नहीं। तदनुसार, उनके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की जाएगी।'
एनडीआरफ ने रेस्क्यू किए 1500 से अधिक लोग
एनडीआरएफ के एसएन प्रधान ने बताया, 'स्थानीय लोगों ने गले और त्वचा में जलन और कुछ विषाक्त संक्रमण की सूचना दी, फिर पुलिस और प्रशासन हरकत में आया। लगभग 1000-1500 लोगों को निकाला गया है, जिनमें से 800 से अधिक लोगों को अस्पताल ले जाया गया है। एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) द्वारा किए जा रहे राहत और बचाव अभियान में 27 लोग शामिल हैं, जो औद्योगिक रिसाव से निपटने में विशेषज्ञ हैं। 80 से 90 प्रतिशत निकासी कार्य पूरा हो गया है।'
पीएम मोदी ने सीएम से की बात
सांस लेने में तकलीफ के चलते लोग सड़कों पर जहां-तहां बेहोश पड़े हुए हैं। बीमार लोगों में बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल हैं जिन्हें विशाखापत्ननम के किंग जॉर्ज अस्पताल में लाया गया है। इस बीच पीएम मोदी ने आंध्र के सीएम जगनमोहन रेड्डी से बात कर हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। आंध्र प्रदेश के राज्यपाल ने भी इस घटना पर दुख जताते हुए अधिकारियों को तुरंत युद्ध स्तर पर रेस्क्यू अभियान चलाने का निर्देश दिया है।
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस हादसे पर दुख जताते हुए ट्वीट करते हुए कहा, 'विशाखापत्तनम की स्थिति के बारे में गृह मंत्रालय और एनडीएमए के अधिकारियों से बात की, जिस पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। मैं विशाखापत्तनम में सभी की सुरक्षा और स्वस्थ्य होने की कामना करता हूं।' पीएम मोदी ने इस हादसे को लेकर एनडीएमए की एक बैठक बुलाई है।
गृह मंत्री ने कहा परेशान करने वाली घटना
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 'विशाखापत्तनम में हुई घटना परेशान करने वाली है। एनडीएमए के अधिकारियों और संबंधित अधिकारियों से बात की है। हम स्थिति पर लगातार और बारीकी से नजर रख रहे हैं। मैं विशाखापत्तनम के लोगों स्वस्थ्य होने की कामना करता हूं।
इससे पहले विशाखापत्तनम शहर के सीपी आरके मीणा ने बताया, 'गैस लीकेज पर काबू पा लिया गया है। एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई है। गैस का अधिकतम प्रभाव लगभग 1-1.5 किमी तक की एरिया में था लेकिन गंध 2-2.5 किमी में फैल गई थी। 100-120 लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। घटना में कुल 3 व्यक्तियों की मौत हुई है और मामले को लेकर एफआईआर दर्ज की गई है।'
राहुल गांधाी ने किया ट्वीट
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने घटना पर ट्वीट करते हुए कहा, 'मैं इसके बारे में सुनकर हैरान हूं। मैं क्षेत्र में हमारे कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं से आग्रह करता हूं कि वे प्रभावित लोगों को सभी आवश्यक सहायता और सहायता प्रदान करें। उन लोगों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं जो अब इस दुनिया में नहीं रहे। अस्पताल में भर्ती लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।'
बचाव और राहत कार्य जारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई लोग अभी भी सड़कों पर बेहोश पड़ें हैं और कई लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। फिलहाल बचाव और राहत का कार्य जारी है और लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। मौके पर फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस और एनडीआरएफ की टीम मौजूद है।
गैस रिसाव के कारणों का पता नहीं!
जैसे ही गैस रिसाव की खबर आई तो आसपास के गांवों के लोग दहशत में आ गए। घटना के बाद प्रशासन की टीम ने तुरंत लोगों को रेस्क्यू करना शुरू किया और बड़ी मशक्कत के बाद हालात पर काबू पाया। अभी तक यह पता नहीं चल सकता है कि आखिर गैस रिसाव कैसे हुआ। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी भी कुछ समय बाद घटनास्थल पर पहुंचने वाले हैं। पुलिस लगातार लोगों से घर से बाहर आने और सुरक्षित जगहों पर जाने की अपील कर रही है।