- संदेसरा ब्रदर्स बैंक धोखाधड़ी में अहमद पटेल से ईडी ने की पूछताछ
- कांग्रेस नेता ने कहा कि उनके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है
- पटेल ने कहा कि उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय के सभी सवालों के जवाब दिए
नई दिल्ली : संदेसरा ब्रदर्स बैंक धोखाधड़ी और धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बीते तीन दिनों में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल से करीब 128 सवाल पूछे। गुरुवार को जांच एजेंसी ने पटेल से आठ घंटे और मंगलवार को करीब 10 घंटे उनसे पूछताछ की। इन तीन दिनों में जांच एजेंसी ने उनसे 26 घंटे से ज्यादा की पूछताछ की है। इस पूछताच के बाद पटेल ने कहा, 'मैंने सभी सवालों के जवाब दिए। उन्होंने बताया कि मेरी पूछताछ खत्म हो गई है। सभी सवाल आरोपों पर आधारित थे और उनका मेरा खिलाफ कोई प्रत्यक्ष साक्ष्य नहीं है।'
पटेल ने इसे 'बदला लेने' की कार्रवाई बताया
कांग्रेस नेता ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 'यह बदला लेने और राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई है। मुझे नहीं पता कि ईडी किसके दबाव में काम कर रहा है।' जांच एजेंसी भगोड़े चेतन संदेसड़ा एवं नितिन संदेसड़ा के साथ पटेल के कथित संबंधों के बारे में उनके बयान दर्ज कर रही है। ये दोनों बैंक घोटाले में शामिल हैं। बताया जाता है कि यह घोटाला नीरव मोदी एवं मेहुल चोकसी वाले पंजाब नेशनल बैंक के घोटाले से भी बड़ा है।
गवाहों के बयानों से पटेल का हुआ सामना
सूत्रों के मुताबिक पूछताछ के दौरान मामले के गवाहों एवं संदिग्धों के बयानों से पटेल का सामना कराया गया। गत शनिवार को पटेल ने आरोप लगाया कि सरकार आर्थिक मोर्चे, स्वास्थ्य एवं राष्ट्रीय सुरक्षा में अपनी नाकामियां छिपाने के लिए उन्हें निशाना बना रही है। उन्होंने कहा, 'महामारी और चीन से लड़ने की बजाय सरकार विपक्ष से लड़ने के लिए ज्यादा उत्सुक है। फिर भी हमारा मन साफ है। हमारे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है।'
दिल्ली में हुई पूछताछ
गुरुवार को केंद्रीय एजेंसी की तीन सदस्यीय टीम कुछ अन्य अधिकारियों के साथ सुबह करीब साढ़े 11 बजे मध्य दिल्ली के लुटियंस जोन में स्थित पटेल के घर पहुंची और रात 10 बजे के बाद वहां से रवाना हुई। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि ईडी सुनी-सुनाई बातों पर काम कर रही है और उनके पास कोई पुख्ता सबूत नहीं है और पैसे का कोई लेन-देन नहीं हुआ है।