- शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने कोरोना वायरस को लेकर दिया बड़ा बयान
- अगर कोई मुस्लिम का कोरोना से निधन होता है, तो वह उसे दफनाए नहीं बल्कि इलेक्ट्रॉनिक मशीन से जलवा दें- रिजवी
- वसीम रिजवी के इस विवादित बयान का मुस्लिम संगठन कर सकते हैं विरोध
लखनऊ: भारत में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। दुनिया के लगभग 150 देशों में अपनी दस्तक दे चुके कोरोना वायरस के संक्रमित लोगों की संख्या भारत में 170 को पार कर गई है। कोरोना के बढ़ते हुए कहर को देखते हुए सरकार ने हरसंभव प्रयास किए हैं और लोगों से अपील की जा रही है कि वो भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें और कर्मचारी घर से काम करने को तरजीह दें। इन सबके बीच शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन ने भी कोरोना से मरने वाले लोगों को लेकर एक बड़ा बयान दिया है।
रिजवी बोले- बढ़ेगा भाईचारा
पहले भी कई बार विवादित बयान दे चुके वसीम रिजवी ने कहा, 'कोरोना जैसी महामारी के खिलाफ सबको धर्म, जात-पात और भेदभाव से हटकर एकजुट होकर लड़ने की जरूरत है। आपसी भाईचारा कायम करके इस महामारी से लड़ने की जरूरत है। रोकथाम की जरूरत है, एहतियात की जरूरत है। अगर खुदानाखास्ता किसी मुसलवान की कोरोना की वजह से डेथ हो जाती है तो उसको चाहिए कि उस मरीज को दफनाएं ना बल्कि इलेक्टॉनिक मरीज से उसे जलवा दे ताकि उसके जलने के साथ-साथ कोरोना के वायरस भी जल जाएं। ये एहतियात हमें बरतनी पड़ेगी। अगर यह महामारी ज्यादा फैसली है तो शिया वक्फ बोर्ड अपने कब्रस्तानों में इस बात पर विचार करेगा कि इस महामारी से मरने वालों को वहां दफ्न कराया जाए या ना कराया जाए।'
एहतियातन कदम उठा रही है योगी सरकार
आपको बता दें कि यूपी में कोरोना के नए मामले लगातार सामने आ रहे हैं और अब तक 18 लोगों को कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है। योगी सरकार ने भी कोरोना से बचाव के लिए एहतियान कई कदम उठाए हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए तय किया है कि पहली से 8वीं क्लास तक के बच्चों को एग्जाम के बगैर ही अगली क्लास में प्रमोट किया जाएगा।
रेलवे ने रद्द की ये ट्रेन सेवाएं
आपको बता दें कि कोरोना के बढ़ते हुए खतरे को देखते हुए तमाम एहतियातन उपाय किए जा रहे हैं। रेलवे ने कोरोना वायरस के खतरे और यात्रियों की कम संख्या के कारण बृहस्पतिवार को 84 और ट्रेनों को रद्द कर दिया जो 20 से 31 मार्च के बीच नहीं चलेंगी। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि जिन ट्रेनों को रद्द किया जाना था उनकी पहचान कल रात कर ली गई और यह फैसला 20 मार्च से 31 मार्च तक लागू रहेगा।