वाराणसी: दिल्ली विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार कांग्रेस का सूपड़ा साफ होने के बाद पार्टी में घमासान मचा हुआ है। एक तरफ जहां दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की महिला प्रभाग की अध्यक्ष श्रमिष्ठा मुखर्जी बगावत का राग छेड़े हुए हैं। उन्होंने हार के बाद पहले तो आलाकमान पर सवाल उठाए उसके बाद अगले दिन उन सभी लोगों पर हमला बोल दिया जो आप की जीत का जश्न बना रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ दिल्ली कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पीसी चाको ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी का पतन 2013 में शुरू हुआ जब शीला जी सीएम थीं। एक नई पार्टी आप के उदय ने पूरे कांग्रेस वोट बैंक को छीन लिया। हम इसे कभी वापस नहीं पा सके। यह अभी भी आप के साथ बना हुआ है।'
ऐसे में अब कांग्रेस पार्टी का महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने बुधवार को वाराणसी में दिल्ली में मिली हार और आप की जीत के सवाल का जवाब देते हुए कहा, जनता ने जो निर्णय किया है वो सही है। ये हमारे लिए संघर्ष का समय है। हमें वापसी के लिए कड़ा संघर्ष करना होगा और हम करेंगे।'
15 साल तक दिल्ली की सत्ता पर काबिज रहने वाली कांग्रेस का ग्राफ राज्य में लगातार गिरा है। साल 2013 में पार्टी को 8 सीटें मिली थीं। इसके बाद 2015 और 2020 में पार्टी खाता खोलने में नाकाम रही है। पार्टी का कोर वोटर भी उसका साथ छोड़ गया है।