Weather Forecast Today, 17 July 2022: देश की राजधानी दिल्ली में आज भी बादल छाए रहने और गरज के साथ हल्की बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग ने दिल्ली में में अगले कुछ दिन सामान्य रूप से बादल छाए रहने और गरज के साथ हल्की बारिश होने का अनुमान जताया है। वहीं छत्तीसगढ़ के अलग-अलग इलाकों में आज बहुत भारी बारिश की संभावना है।
छत्तीसगढ़ के अलग-अलग इलाकों में आज बहुत भारी बारिश की संभावना
इसके अलावा ओडिशा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, तटीय कर्नाटक, केरल और माहे के अलग-अलग इलाकों में आज भारी बारिश का अनुमान है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, मध्य प्रदेश, कोंकण, गोवा, विदर्भ, छत्तीसगढ़, तटीय कर्नाटक, केरल और माहे में गरज के साथ व्यापक वर्षा होने की संभावना है।
अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, ओडिशा, झारखंड, गुजरात, तेलंगाना, उत्तर और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप में आज गरज के साथ व्यापक बारिश संभव है। बिहार, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, राजस्थान, मराठवाड़ा, तटीय आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में आज छिटपुट गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब और रायलसीमा में आज अलग-अलग जगहों पर बिजली गिरने की संभावना है
उधर राजस्थान के बीकानेर और जोधपुर संभाग के जिलों में अगले 24 से 48 घंटों में हल्के से मध्यम बारिश और कहीं-कहीं भारी बारिश होने का अनुमान है। जबकि जयपुर, कोटा, उदयपुर, भरतपुर व अजमेर संभाग के अधिकतर स्थानों पर अगले तीन-चार दिन में मेघगर्जन के साथ बारिश का दौर जारी रहेगा। वहीं लगातार बारिश के कारण जलभराव संकट से जूझ रहे सीमावर्ती गंगानगर शहर में हालात शनिवार को कुछ सुधरे। शहर में पानी निकासी के लिए शुक्रवार को सेना की मदद ली गई थी।
बारिश और बाढ़ प्रभावित इलाकों का आज हवाई सर्वेक्षण करेंगे सीएम केसीआर
उधर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव राज्य के बारिश और बाढ़ प्रभावित इलाकों का रविवार को हवाई सर्वेक्षण करेंगे। शनिवार को एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि राज्य में गोदावरी नदी के आसपास के क्षेत्र, निर्मल जिले में बुरी तरह से प्रभावित कदेम परियोजना और भद्राचलम शहर तक का हवाई सर्वेक्षण किया जाएगा। वहीं ओडिशा और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्से बाढ़ की चपेट में है।