कोलकाता : विधानसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता संभालने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार (10 मई) को अपने कैबिनेट का विस्तार किया। राज्यपाल ने राजभवन में एक सादे समारोह में टीएमसी के 43 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। जिसमें 24 कैबिनेट मंत्री, 10 स्वतंत्र प्रभार के साथ राज्य मंत्री और 9 राज्यमंत्री शामिल हैं। शपथ ग्रहण के बाद सीएम ममता बनर्जी ने मंत्रियों को विभाग आवंटित किए।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पास विभाग
गृह और पहाड़ी मामलों, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, सूचना और सांस्कृतिक मामलों, भूमि और भूमि सुधार और शरणार्थी पुनर्वास विभाग, साथ ही उत्तर बंगाल पर नजर रखेंगी।
अमित मित्रा को विभाग
अमित मित्रा को वित्त की जिम्मेदारी दी गई। मित्रा स्वस्थ्य नहीं हैं और उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन उन्हें ममता ने वापस लाया गया ताकि वे वित्त को संभालना जारी रख सकें।
मंत्री पार्थ चटर्जी को विभाग
विभाग वाणिज्य और उद्योग, आईटी और संसदीय मामले दिए गए।
ब्रत्य बसु को विभाग
स्कूल और उच्च शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।
फिरहाद हकीम को विभाग
फिरहाद हकीम परिवहन और आवास मंत्रालय का कार्यभार संभालेंगे। इससे पहले यह विभाग सुवेंदु अधिकारी के पास था जो चुनाव से पहले टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे।
पुलोक रॉय को विभाग
खाद्य और आपूर्ति विभाग पुलोक रॉय को दिया गया है, जो मंत्रालय में नए हैं।
मुलविक को विभाग
वन और गैर-पारंपरिक ऊर्जा की जिम्मेदारी दी गई है।
अधिकांश पूर्व मंत्री अपने विभाग को बरकरार रखने में कामयाब रहे। पिछले कैबिनेट में दिलचस्प रूप से तीन सबसे शक्तिशाली मंत्रियों अरोप बिस्वास, ज्योतिप्रिया मुलविक और सोवनदेब चट्टोपाध्याय को अपेक्षाकृत कम महत्वपूर्ण विभाग दिए गए हैं।
गौर हो कि 294 सदस्यों वाली विधानसभा में टीएमसी 213 सीटों पर जीत हासिल कर लगातार तीसरी बार सत्ता में आई है जबकि बीजेपी ने 77 सीटों पर कब्जा कर दूसरे सबसे बड़े राजनीतिक दल के रूप में अपनी जगह बनाई है।