नई दिल्ली: भारत में वीवीआईपी (VVIP) लोगों की लाइफ स्टाइल भी अलग होती है और उनके उपर मंडराते खतरे को देखते हुए उनके लिए सिक्योरिटी (Security) के तमाम इंतजाम किए जाते हैं। देश की सत्ता पर लंबे समय तक काबिज रहे गांधी परिवार को हमेशा से ही सिक्योरिटी की बेहद मजबूत दायरा मिलता रहा है ताकि उनकी सुरक्षा में सेंध ना लग सके।
बताया जा रहा है कि केंद्रीय गृहमंत्रालय ने अहम बैठक में ये निर्णय लिया है कि गांधी परिवार (Gandhi Family) के सदस्यों को मिलने वाली एसपीजी (SPG) सुरक्षा का दायरा हटाया जाएगा इसके बजाय गांधी परिवार को अब एसपीजी की जगह Z+ सुरक्षा मिलेगी अब केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कमांडो राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और सोनिया गांधी की सुरक्षा में तैनात होंगे।
लोगों के जेहन में ये सवाल आ रहा होगा कि SPG सुरक्षा क्या होती है और ये कैसे काम करती है तो आपको बता दें कि एसपीजी सुरक्षा देश की सबसे पेशेवर और आधुनिकतम सुरक्षा बलों में से एक है और एसपीजी देश के प्रधानमंत्री के साथ इंडिया के दौरे पर आए अति विशिष्ट अतिथि (VVIP) की सुरक्षा का जिम्मा संभालती है।
SPG- एक विशेष सुरक्षा बल
विशेष सुरक्षा समूह (SPG) संघ की एक विशेष सुरक्षा बल है। भारत के प्रधानमंत्री, उनका परिवार, तथा पूर्व प्रधानमंत्रीगण, पूर्व राष्ट्रपति की सुरक्षा, इस विशेष सुरक्षा टुकड़ी की ज़िम्मेदार होती है। एसपीजी जवानों का चयन पुलिस, पैरामिलिट्री फोर्स से किया जाता है।
यह विशिष्ट बल सीधे केंद्र सरकार के मंत्रिमण्डलीय सचिवालय के अधीन है, और आईबी के अंतर्गत उसके एक विभाग के रूप में कार्य करती है। भारतीय प्रधानमंत्री पर प्रति क्षण मण्डरा रहे आत्मघाती संकट के मद्देनज़र, प्रधानमंत्री की सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण विषय है। एसपीजी, देश की सबसे पेशेवर एवं आधुनिकतम सुरक्षा बालों में से एक है।
बेहद घातक हथियरों से होते हैं लैस
SPG कमांडोज एक लाइट वेट बुलेटप्रूफ जैकेट पहनते हैं कहा जाता है कि ये AK 47 से चलाई गई गोली को भी झेल सकती है। ये कमांडोज ऑटोमेटिक गन FNF-2000 असॉल्ट राइफल से लैस होते हैं और इनके पास ग्लॉक 17 नाम की एक पिस्टल भी होती है। अपनी ड्यूटी के दौरान आपस में साथी साथी कमांडो से बात करने के लिए ये कान में लगे ईयर प्लग का सहारा लेते हैं। ये कमांडोज खास किस्म का चश्मा भी पहनते हैं, जो उन्हें किसी भी प्रकार का व्यवधान नहीं होने देता हैं और उन्हें हमले के दौरान सुरक्षा भी प्रदान करते हैं।
SPG देश की सबसे पेशेवर एवं आधुनिकतम सुरक्षा बलों में से एक
एसपीजी के जवान, प्रधानमंत्री को 24 घंटे एक विशेष सुरक्षा घेरा प्रदान करते है, तथा उनकी अंगरक्षा, अनुरक्षण एवं उनके आवासों, विमानों और वाहनों की सुरक्षा, आरक्षा एवं अनुरक्षणिक जाँच प्रदान करती है।
एसपीजी के जवानों को सुरक्षा, अंगरक्षा, अनुरक्षण एवं अनुरक्षणिक जाँच हेतु विशेष एवं पेशेवर परिक्षण, उपकरण और पोषक प्रदान की जाती है तथा दृढ अनुशासन में रखा जाता है ताकि प्रधानमंत्री को सुरक्षा प्रदान करने में वे लोग पूर्णतः सक्षम रहें।
पूर्वी पीएम इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुई थी इस बल की जरुरत
प्रधानमंत्री की अंगरक्षा हेतु एक विशेष सुरक्षा दल की आवश्यकता पहली बार प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद महसूस हुई थी, तत्पश्चात्, 1988 में एसपीजी को आईबी की एक विशेष अंग के रूप में, सीधे केंद्र सरकार के अंतर्गत एक सुरक्षा टुकड़ी के रूप में गठित किया गया था।
एसपीजी के गठन से पूर्व 1989 से पहले राष्ट्रीय राजधानी में, प्रधानमंत्री की सुरक्षा दिल्ली पुलिस की एक विशेष अंग के अंतर्गत थी। तत्पश्चात् प्रधानमंत्री की अनुरक्षण एवं विशिष्ट सुरक्षा घेरा प्रदान करने हेतु, आसूचना ब्यूरो ने एक विशेष कार्य बल गठित किया। इंदिरा गांधी की हत्या के पश्चात् विशेष सुरक्षा दल को एक स्वतंत्र निर्देशक के अंतर्गत स्थापित किया गया, जोकि राजधानी, देश तथा विश्व के हर कोने में, जहाँ प्रधानमंत्री जाएँ, वहां उनको सुरक्षा प्रदान करे।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, देश के अन्य हिस्से, तथा विदेशी दौरों पर, हर स्थान, हर क्षण, प्रधानमंत्री की अंगरक्षा एवं किसी भी प्रकार के हमले से उनकी सुरक्षा, एसपीजी की ज़िम्मेदारी होती है। प्रधानमंत्री की अंगरक्षा के अलावा, एसपीजी, प्रधानमंत्री आवास, प्रधानमंत्री कार्यालय तथा हर वह स्थान जहाँ प्रधानमंत्री वास करते है, उसकी सुरक्षा एसपीजी करती है। साथ ही प्रधानमंत्री के तत्काल परिवार एवं पूर्व प्रधानमंत्रियों और उनके परिवारों की सुरक्षा (पदत्याग के बाद 1 साल तक) भी एसपीजी करती है।