- टीएमसी के स्थानीय नेता की हत्या के बाज भड़की हिंसा
- डर की वजह से लोग रामपुर हाट से बाहर जा रहे हैं
- रामपुर हाट हिंसा पर सियासत भी जोरों पर
पश्चिम बंगाल का बीरभूम जिला चर्चा में है। चर्चा इसलिए कि जिले के रामपुरहाट में टीएमसी के एक नेता की हत्या होती है और उसके बाद आठ लोगों का जला दिया जाता है। इस विषय पर सियासत भी गरमाई हुई है। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने जब ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा को ममता बनर्जी ने उन्हें संविधान का पाछ पढ़ाया। इन सबके बीच गृहमंत्रालय की तरफ से राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी गई है और बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल प्रभावित गांव का दौरा करेगा और पीड़ितों से मुलाकात करेगा। इन सबके बीच राष्ट्रपति शासन की मांग की गई है।
रामपुर हाट हिंसा पर नजर
- रामपुरहाट कस्बे के बाहरी इलाके बोगतुई गांव में मंगलवार तड़के भीड़ ने कथित तौर पर बम फेंके, जिसमें 10 घर जल गए। यह तृणमूल कांग्रेस के पंचायत नेता भादु शेख की हत्या का प्रतिशोध होने का संदेह है, जिसका शव सोमवार को मिला था।
- एक घर से सात लोगों, जिनमें से दो बच्चे थे, के जले हुए शव बरामद किए गए।आठवें व्यक्ति की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। राज्य पुलिस ने कहा कि हिंसा को लेकर ग्यारह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
- मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया गया है। बंगाल के शीर्ष पुलिस अधिकारी मनोज मालवीय ने कहा, "हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि घरों में आग कैसे लगी और क्या यह घटना पड़ोसी बरशाल गांव के पंचायत उप प्रमुख की मौत से संबंधित है।"
- राज्य के मंत्री फिरहाद हाकिम के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस का दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल इस मुद्दे को देखने के लिए रामपुरहाट जा रहा है। स्थानीय पुलिस के दो अधिकारियों- अनुमंडल पुलिस अधिकारी और रामपुरहाट के अंचल निरीक्षक को हटा दिया गया है।
- बंगाल से भाजपा की एक टीम ने मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर उनके हस्तक्षेप की मांग की। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले राज्य पार्टी प्रमुख सुकांत मजूमदार भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा द्वारा गठित तथ्यान्वेषी दल का हिस्सा होंगे। टीम में चार पूर्व पुलिस अधिकारी शामिल हैं।
- तृणमूल कांग्रेस ने हिंसा में शामिल होने से इनकार किया है। पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि हम उन मौतों की निंदा करते हैं जो लगता है कि एक आकस्मिक आग के कारण हुई हैं। यह हमारी पार्टी के नेता थे जो कल रात मारे गए थे।"
- इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच वर्षों से आमना-सामना हुआ है। श्री धनखड़ ने इस घटना को "भयानक हिंसा और आगजनी का तांडव" और "राज्य में कानून और व्यवस्था की नाक में दम करने वाला करार दिया।
- सुश्री बनर्जी ने एक पत्र के साथ पलटवार किया। उन्होंने लिखा, "निष्पक्ष जांच का मार्ग प्रशस्त करने के बजाय व्यापक और अनावश्यक बयान देना बेहद अनुचित है," उन्होंने लिखा और राज्यपाल से "अनुचित बयान" से परहेज करने का अनुरोध किया।
- इस मामले की राज्य विधानसभा में भी चर्चा हुई, जहां भाजपा नेताओं ने सदन में मुख्यमंत्री से बयान की मांग की। भाजपा के 22 विधायकों ने बहिष्कार किया और पार्टी नेता सुवेंदु अधिकारी ने सिलसिलेवार ट्वीट कर केंद्र से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया।
- लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने सदन में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में महिलाओं और बच्चों को जिंदा जलाने की ऐसी भयावह घटनाएं हो रही हैं।
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राज्यपाल पर ममता बनर्जी ने साधा निशाना
ममता बनर्जी ने कहा था कि जिस तरह से राज्यपाल की प्रतिक्रिया आ रही है वो संघीय व्यवस्था पर प्रहार करने जैसा है। उन्होंने कहा कि हिंसा को कोई भी समाज जायज नहीं ठहरा सकता। रामपुर हाट में जो कुछ हुआ वो दुखद है। राज्य सरकार इस पूरे मामले की जांच करा रही है, जो भी लोग जिम्मेदार पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। लेकिन जिस तरह से राज्यपाल हर बात पर हस्तक्षेप करते हैं वो संवैधानिक मर्यादा के अनुकूल नहीं है।