तिरुवनंतपुरम : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात के धार्मिक आयोजन को लेकर सरकार ने कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मामले में मौलाना साद और तबलीगी जमात से जुड़े कई अन्य के खिलाफ सरकारी निर्देशों के उल्लंघन को लेकर महामारी रोग अधिनियम, 1897 और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। इस बीच केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने तबलीगी जमात की आलोचना करते हुए कहा है कि इसने कोरोना वायरस के खिलाफ अभियान का मजाक बना दिया।
कोरोना के खिलाफ मुहिम का बनाया मजाक
उन्होंने कहा कि दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में जो कुछ भी हुआ, वह निंदनीय है। यह राष्ट्र व मानवता के खिलाफ एक अपराध है। जमात के प्रमुख के भाषणों पर आपत्ति जताते हुए उन्होंने कहा कि यह सब यूट्यूब पर मौजूद है और इसे देखने वालों की तादाद भी हजारों में है। इसमें वह कोरोना वायरस के खिलाफ पूरी मुहिम का मजाक बनाते नजर आ रहे हैं। वे इसे साजिश बता रहे हैं।
कानून की उड़ाई धज्जियां
बकौल आरिफ मो. खान, इन भाषणों में लोगों से कहा जा रहा है कि हालांकि आपसे कहा जा रहा है कि आप तब तक बाहर न निकलें और मस्जिद भी न जाएं, जब तक कि कोरोना वायरस पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता, लेकिन आपको मस्जिद जरूर पहुंचना चाहिए। इन भाषणों का हवाला देते हुए केरल के राज्यपाल ने कहा कि ये भाषण आपराधिक प्रवृत्ति के हैं, जो 'सोशल डिस्टेंसिंग' की बातों को एक 'साजिश' की तरह पेश करती हैं।
यूट्यूब पर पहले से मौजूद हैं भाषण
इन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि हालांकि यह अब चर्चा में आया है, पर यूट्यूब पर उनके भाषण पहले से मौजूद हैं, जिन्हें सुनकर साफ लगता है कि जमात प्रमुख लोगों को कानून का पालन नहीं करने के लिए भड़का रहे हैं।
निजामुद्दीन में हुआ था कार्यक्रम
यहां उल्लेखनीय है कि निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात का मुख्यालय है, जहां से सैकड़ों लोगों को बाहर निकाला गया है। यहां एक धार्मिक आयोजन में देश के विभिन्न हिस्सों से लोगों ने हिस्सा लिया था, जबकि कुछ विदेशी भी इसमें शामिल हुए थे। यह सब ऐसे समय में हुआ है, जबकि सरकार ने पहले ही लोगों के एक जगह एकत्र होने पर पाबंदी लगा दी थी। मरकज में शामिल सैकड़ों लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं, जिन्होंने हाल में इस बीच देश के विभिन्न हिस्सों में यात्राएं की हैं।