- बसवराज बोम्मई निवर्तमान मुख्यमंत्री बी एस येदियुरपप्पा की जगह लेंगे
- लिंगायत नेता बोम्मई को कार्यवाहक मुख्यमंत्री येदियुरप्पा का भी समर्थन था
- बोम्मई येदियुरप्पा सरकार में गृह, कानून, संसदीय एवं विधायी कार्य मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहे थे
Basavaraj Bommai: बसवराज बोम्मई कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बन गए हैं। सोमवार यानी 26 जुलाई को बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। मंगलवार शाम को बंगलुरु में हुई विधायक दल की बैठक में बसवराज बोम्मई को नेता चुना गया। केंद्रीय नेतृत्व के पर्यवेक्षक केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और जी कृष्ण रेड्डी की मौजदूगी में बोम्मई को राज्य का नया सीएम चुना गया।
कौन हैं बसवराज बोम्मई
28 जनवरी 1960 को जन्मे बसवराज बोम्मई सदारा लिंगायत समुदाय से हैं। वह बीएस येदियुरप्पा के करीबी हैं और 'जनता परिवार' से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता एसआर बोम्मई ने भी कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया है। बोम्मई 2008 में भाजपा में शामिल हुए। वर्तमान वह गृह, कानून, संसदीय कार्य मंत्री हैं। उन्होंने हावेरी और उडुपी जिला प्रभारी मंत्री के रूप में भी कार्य किया। उन्होंने पहले जल संसाधन और सहकारिता मंत्री के रूप में कार्य किया। वह पेशे से इंजीनियर हैं और उन्होंने अपने करियर की शुरुआत टाटा समूह से की थी।
वह हावेरी जिले के शिगगांव से दो बार एमएलसी और तीन बार विधायक रहे हैं। उन्हें कर्नाटक के हावेरी जिले के शिगगांव में भारत की पहली 100% पाइप सिंचाई परियोजना को लागू करने का श्रेय भी दिया जाता है।
वे पहली बार 1998 में कर्नाटक विधान परिषद के सदस्य चुने गए और फिर 2004 में धारवाड़ से चुने गए। 2008 में भाजपा में शामिल होने से पहले बसवराज बोम्मई ने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री रामकृष्ण हेगड़े सहित राज्य के वरिष्ठ नेताओं के साथ काम किया। वह 2008 के चुनावों में हावेरी जिले के शिगगांव निर्वाचन क्षेत्र से कर्नाटक विधानसभा के लिए चुने गए थे।