- दिसंबर 2019 के मध्य से शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ शुरू हुआ था धरना
- सरकार से सीएए वापस लेने की मांग कर रहे थे प्रदर्शनकारी, धरने में शामिल रहीं बिलकिस
- करीब 100 दिनों तक चले इस धरने का चेहरा बन गई थीं बिलकिस, कड़ा रुख किया था अख्तियार
नई दिल्ली : प्रतिष्ठित पत्रिका टाइम मैगजीन ने दुनिया भर के 100 प्रभावशाली लोगों की अपनी सूची प्रकाशित की है। इस सूची में भारतीय नागरिक भी शामिल हैं। पत्रिका की इस सूची में जगह पाने वालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अभिनेता अयुष्मान खुराना, गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, रवींद्र गुप्ता और बिलकिस दादी शामिल हैं। सूची में शामिल होने के बाद 80 वर्षीय बिलकिस दादी एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इससे पहले शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएए) के खिलाफ चले धरने में शामिल बिलकिस चर्चा का केंद्र रहीं। करीब 100 दिनों तक चले इस धरने का वह चेहरा बन गई थीं। सीएए के खिलाफ शाहीन बाग में मुस्लिम महिलाओं के नेतृत्व में यह धराना मध्य दिसंबर 2019 में शुरू हुआ और इसका समापन मार्च 2020 में हुआ।
शाहीन बाग में चले धरने का चेहरा बनीं बिलकिस
सीएए के खिलाफ देश भर के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन और धरने दिए गए लेकिन दिल्ली के शाहीन बाग का धरना सीएए के खिलाफ विरोध का पहचान बन गया। शाहीन बाग के धरने में शामिल प्रदर्शनकारियों ने सड़क को बाधित कर वहां अस्थायी टेंट में रहते हुए अपना धरना जारी रखा। धरने में शामिल मुस्लिम लोग सरकार से सीएए को वापस लेने की मांग कर रहे थे। दिल्ली चुनावों में यहां का धरना एक चुनावी मुद्दा बना।
'सीएए वापस लेने तक पीछे नहीं हटूंगी'
धरने में शामिल बिलकिस ने कहा था कि जब तक सरकार सीएए को वापस नहीं ले लेती तब तक वह यहां से एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगी। सीएए के खिलाफ बिलकिस का यह रुख देश भर में अन्य लोगों को विरोध-प्रदर्शन में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। शाहीन बाग के धरने का मुद्दा हाई कोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। सड़क मार्ग बाधित होने से लोगों की परेशानियों को देखते हुए शीर्ष अदालत ने प्रदर्शनकारियों से अपना धरना किसी और जगह पर जारी रखने का सुझाव दिया। इस मामले का हल निकालने के लिए कोर्ट ने न्यायाधीश की अगुवाई में एक समिति बनाई। इस समिति ने धरने में शामिल लोगों के साथ कई दफे बातचीत की।
पीएम मोदी, आयुष्मान खुराना को भी मिली सूची में जगह
टाइम की इस सूची में जगह पाने वालों में अभिनेता आयुष्मान खुराना भी हैं। खुराना ने लीक हटकर अभिनय करने के लिए अपनी खास पहचान बनाई है। इस सूची में शामिल रवींद्र गुप्ता भारतीय हैं। उनकी एक स्टडी की बदौलत ब्रिटेन का एक एचआईवी मरीज ठीक हुआ। लंदन का यह मरीज एचआईवी से ठीक होने वाला दुनिया का दूसरा व्यक्ति बन गया। इनकी स्टडी से प्रभावित होकर कैंब्रिज यूनिवर्सिटी ने अपने यहां गुप्ता को प्रोफेसर नियुक्त किया है।