नई दिल्ली : शुक्रवार सुबह जब लोग नींद से जागे तो उन्हें एक बड़ी खबर सुनने को मिली जिससे उनके दिलों को राहत मिल गई। तेलंगाना के साइबराबाद में गैंगरेप व हत्या मामले में गिरफ्तार चारों आरोपियों के मारे जाने की खबर सामने आई जिस पर हर किसी की प्रतिक्रिया संतोषजनक थी। ये सभी चारों आरोपी शुक्रवार सुबह पुलिस एनकाउंटर में मारे गए।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि चारों में से एक आरोपी ने पुलिस की पिस्टल छीन कर उन पर ही हमला करने की कोशिश की थी जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने आत्मसुरक्षा में गोली चलाई थी। 27 वर्षीय पीड़िता के परिवार ने भी पुलिस की इस कार्रवाई का स्वागत किया है।
पीड़िता के पिता ने एक समाचार एजेंसी से बातचीत में बताया कि अब उनकी बेटी की आत्मा को शांति मिलेगी। तेलंगाना पुलिस ने इस मामले को रिकॉर्ड समय के अंदर हल किया है और देश के लिए एक उदाहरण पेश किया है। इसी सब के बीच साइबराबाद पुलिस कमिश्नर सीवी सज्जनार चर्चा में आ गए हैं। 2008 में वे वारंगल में एसपी के पद पर तैनात थे उस दौरान भी उन्होंने इसी तरह से एक एनकाउंटर को अंजाम दिया था और उसी की वजह से आज फिर से वे चर्चा में आ गए हैं।
2008 दिसंबर में आंध्र प्रदेश पुलिस ने तीन आरोपियों को मुठभेड़ में मार गिराया था जिनपर दो महिलाओं के ऊपर तेजाब फेंक कर जानलेवा हमला करने का आरोप था। दोनों लड़कियां काकतिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग कर रही थी। दरअसल लड़की ने इन तीनों में से एक आरोपी का प्रपोजल ठुकरा दिया था जिसके बाद इन्होंने मिलकर ये खतरनाक कदम उठाया था।
पुलिस ने बताया कि क्राइम सीन को रीक्रिएट करने के दौरान उन्होंने अपने डिफेंस में गोली चलाई थी। इसी घटना की तरह ही 48 घंटों के भीतर के एसिड अटैकर को भी भी उस दौरान पकड़ लिया गया था। इस घटना के बाद से ही वारंगल के कमिश्नर सज्जनार 'एनकाउंटर कॉप' के नाम से ट्रेंड करने लगे हैं। सोशल मीडिया पर लोगों ने कमिश्नर सज्जनार और अन्य हैदराबाद पुलिस की कार्रवाई का स्वागत किया है।