- उत्तराखंड के नए सीएम होंगे तीरथ सिंह रावत, पौड़ी गढ़वाल से हैं सांसद
- तीरथ को लो प्रोफाइल नेता माना जाता है, वह संघ प्रचारक भी रह चुके हैं
- उत्तराखंड में अगले साल होंगे विस चुनाव, भाजपा ने दी है अहम जिम्मेदारी
देहरादून : भाजपा नेता तीरथ सिंह रावत बुधवार शाम को उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री की कमान संभाल लेंगे। भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद उनकी नाम पर मुहर लगा। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद राज्य के अगले सीएम को लेकर कई नाम चर्चा में थे लेकिन सीएम पद की रेस में तीरथ सिंह ने बाजी मार ली। राज्य में एक साल बाद विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में भाजपा ने उनके कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी दी है। 56 साल के तीरथ पौढ़ी गढ़वाल सीट से सांसद हैं।
लो-प्रोफाइल नेता हैं तीरथ सिंह रावत
राजनीति में तीरथ सिंह की पहचान एक लो-प्रोफाइल नेता की रही है। जब त्रिवेद्र सिंह रावत राज्य के मुख्यमंत्री बने उस समय भी तीरथ का नाम सीएम पद की रेस में शामिल था। इनकी आरएसएस में पकड़ रही है। यह आरएसएस होते हुए भाजपा में आए और संगठन सचिव बने। आइए जानते हैं मुख्यमंत्री पद तक पहुंचने वाले तीरथ सिंह की राजनीतिक यात्रा के बारे में।
पौड़ी गढ़वाल से आते हैं तीरथ
तीरथ सिंह रावत का जन्म पौड़ी गढ़वाल जिले के सिनरो गांव में हुआ। इनमें पिता का नाम कलम सिंह रावत और माता का नाम गौरा देवी है। तीरथ उत्तर प्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष रहे हैं। साल 1997 में वह उत्तर प्रदेश में विधान परिषद के लिए चुने गए। बाद में इन्हें विधान परिषद का अध्यक्ष भी बनाया गया। उत्तराखंड में भाजपा की पहली सरकार में तीरथ शिक्षा मंत्री बनाए गए।
उत्तराखंड में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे
साल 2007 में तीरथ को उत्तराखंड में महासचिव बनाया गया। साल 2012 में वह विधायक चुने गए। पार्टी के प्रति इनके समर्पण को देखते हुए भाजपा ने साल 2013 में इन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया। साल 2019 के आम चुनाव में इन्होंने पौड़ी गढ़वाल से जीत दर्ज की। इस सीट पर उन्होंने मनीष खंडूरी को 3.50 लाख से ज्यादा वोटों से हराया।
पार्टी से ज्यादा संगठन का नेता माने जाते हैं तीरथ
राज्य में अगले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में उनके ऊपर पार्टी को एकजुट रखने और उसे नए सिरे से तैयार करने की जिम्मेदारी होगी। तीरथ को पार्टी से ज्यादा संगठन का नेता माना जाता है। सीएम के लिए चुने जाने पर उन्होंने कहा, 'मैं संघ का प्रचारक था और त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री भी बना। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष का आभारी हूं। मैंने इस दिन की कभी कल्पना नहीं की थी।'