- उत्तराखंड के सीएम रहे त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को इस्तीफा दिया था
- इस्तीफे से पहले कई दौर की चर्चा देहरादून और दिल्ली में हुई थी।
देहरादून। उत्तराखंड रावत अगर 9 दिन और अपनी गद्दी पर रहे होते तो चार का कार्यकाल पूरा कर लेते। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। मंगलवार को शाम में वो उत्तराखंड के राज्यपाल से मिले और अपना इस्तीफा सौंप दिया साथ में ये भी कहा कि उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया इसका जवाब दिल्ली जाकर ही मिल सकता है। इन सबके बीच शेष एक साल के लिए उत्तराखंड की कमान कौन संभालेगा इसे लेकर सस्पेंस कायम है क्योंकि बीजेपी चौंकाने वाले फैसले करती रही है।
सीएम बदलने की कवायद शुरू
राज्य में सीएम बदलने की कवायद शुरू हो चुकी है ऐसे में जो नया चेहरा होगा उसको लेकर भी कयास लगने शुरू हो गए हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो इन नामों में राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, राज्य सरकार में मंत्री सतपाल महाराज और बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और नैनीताल से लोकसभा सांसद अजय भट्ट का नाम शामिल हैं।
हरीश रावत ने साधा था निशाना
त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफे के बाद पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता हरीश रावत ने निशाना साथा। उन्होंने कहा कि जनता तो पहले से ही उनसे परेशान थी अब उनकी पार्टी के नेता भी परेशान हो गए। ऐसी सूरत में राज्य में तत्काल चुनाव होने चाहिए।
तिवारी को छोड़ किसी ने भी पूरा नहीं किया कार्यकाल
उत्तराखंड की राजनीति के बारे में यह दिलचस्प है कि नारायण दत्त तिवारी को छोड़कर किसी ने भी मुख्यमंत्री का कार्यकाल पूरा नहीं किया है। भाजपा और कांग्रेस चुनावों से पहले अपना मुख्यमंत्री बदलते रहे हैं। राज्य के गठन से लेकर उत्तराखंड में पार्टियों के अंदर ही अनिश्चितता का माहौल रहा है।