- कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद को लेकर कयासों का दौर चल पड़ा है
- अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या वह कांग्रेस छोड़ नई पार्टी बनाएंगे
- हाल के समय में उन्होंने जम्मू-कश्मीर में कई बैठकें की हैं
नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर में कई बैठकें की हैं, जिससे ऐसे कयासों को बल मिला है कि क्या वह आने वाले समय में कांग्रेस से अलग अपनी नई पार्टी का गठन करेंगे। गुलाब नबी आजाद कांग्रेस के उन नेताओं में से एक हैं, जिन्होंने पिछले दिनों पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस में आमूल-चूल बदलाव की मांग की थी।
हाल ही में उनकी उस टिप्पणी ने भी सुर्खियां बटोरी, जिसमें उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि 2024 के आम चुनाव में कांग्रेस 300 सीटें जीत सकती हैं। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाब नबी आजाद ने हालांकि कांग्रेस से इतर नई पार्टी के गठन की संभावनाओं से इनकार किया है, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में क्या होगा, इस पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता।
बयानों ने बटोरी सुर्खियां
एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान उन्होंने ये बातें कही, जिसके बाद उन्हें लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं। उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जबकि जम्मू कश्मीर में उनके करीबी समझे जाने वाले कांग्रेस के 20 नेताओं ने पार्टी से इस्तीफे का ऐलान करते हुए सोनिया गांधी को पत्र भी लिखा था। इन नेताओं ने आरोप लगाया कि कांग्रेस में उनकी बातों को नहीं सुना गया।
अपनी रैलियों में कांग्रेस नेता ने जम्मू-कश्मीर को राज्य से दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के केंद्र सरकार के फैसले पर भी निशाना साधा है। उन्होंने बीते दिनों कहा था, 'आमतौर पर केंद्र शासित प्रदेशों को राज्य में अपग्रेड किया जाता है। लेकिन हमारे मामले में राज्य को UT में डाउनग्रेड कर दिया गया। यह DGP को थानेदार, मुख्यमंत्री को विधायक और मुख्य सचिव को पटवारी के पद पर पदावनत करने जैसा है। कोई भी बुद्धिमान व्यक्ति ऐसा नहीं कर सकता।'