- एम्स से चुपचाप ससुराल पहुंच गई कोरोना पॉजिटिव महिला
- महिला के पति ने थाने में दर्ज कराई थी गायब होने की शिकायत
- पुलिस के मुताबिक, महिला के पति ने की पुलिस को गुमराह करने की कोशिश
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार द्वारा लगातार सोशल डिस्टेंसिंग की अपील की जा रही है। लेकिन ऐसा लग रहा है कि कुछ लोग अभी भी कोरोना को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, वो भी तब जब इससे मरने वालों की संख्या 1 लाख से अधिक हो चुकी है। ऐसा ही मामला दिल्ली से आया है जहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती एक 20 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव महिला ने हजारों लोगों की जिंदगी को खतरे में डाल दिया है।
एम्स से हुई फरार
यह महिला एम्स में भर्ती थी और एम्स के क्वारंटीन सेंटर में भर्ती थी। लेकिन क्वारंटीन सेंटर से चुपचाप फरार हो गई और मध्य प्रदेश के मुरैना स्थित अपने ससुराल पहुंच गई। मामले का खुलासा तब हुआ जब महिला के पति AIIMS से जब उसके लापता होनी की रिपोर्ट लिखाने महिला का थाने पहुंचा। इसके बाद जैसे ही यह पता चला कि महिला भागकर अपने ससुराल पहुंच गई है तो प्रशासन को हाथ-पांव फूल गए।
पति ने दर्ज कराई थी शिकायत
18 अक्टूबर को घरों में साफ सफाई का करने वाली महिला महिला तबियत खराब होने के बाद एम्स पहुंची। बाद में जब कोरोना परीक्षण हुआ तो उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव निकली। उसके बाद महिला को एम्स के कोविड सेंटर में भर्ती कर दिया गया। लेकिन कुछ समय महिला चुपचाप वहां से भाग निकली। बाद में पति ने इस संबंध में पत्नी के गायब होने की पुलिस शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस का दावा
पुलिस के मुताबिक, गायब होने के बाद महिला जमरूदपुर स्थित अपने किराए के घर पर पहुंची। इसके बाद महिला पकड़े जाने के डर से वह मायके चले गई। हालांकि, महिला के रिश्तेदारों ने दावा किया कि वह अपने मायके नहीं पहुंची। पुलिस का दावा है कि महिला के पति को पता था कि उसकी पत्नी कोरोनोवायरस से पीड़ित थी और वह एम्स से भाग गई थी और उसकी गुमशुदगी की शिकायत कर उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश थी।
हजारों लोगों की जिंदगी जोखिम में
पुलिस ने महिला के खिलाफ ही कोरोना संक्रमित होने पर नियमों की अनदेखी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। महिला के पति पर धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया गया है। डीसीपी (एसओयूएचटी) अतुल कुमार ठाकुर ने कहा, 'हम इस मामले की जांच कर रहे हैं और दंपति का पता लगाने के लिए टीमें बनाई गई हैं। एक बार जब वे पकड़े जाएंगे तो अधिक जानकारी स्पष्ट होगी।' लेकिन महिला ने इस तरह भागकर हजारों लोगों की जिंदगी खतरे में डाल दी है, क्योंकि सफर के दौरान वह सैंकड़ों लोगों के संपर्क में आई होगी जिससे संक्रमण का खतरा और बढ़ गया है।