- मंगलवार को नियमित चेक अप के लिए अस्पताल ले जाए गए थे पार्थ चटर्जी
- अस्पताल में एक महिला ने पार्थ चटर्जी पर चप्पल फेंक दी, हालांकि यह उन्हें नहीं लगी
- महिला का कहना है कि इस लूट से वह परेशान है और उसकी तबीयत ठीक नहीं है
Bengal SSC Scam : बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में आरोपी टीएमसी के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी पर मंगलवार को एक महिला ने चप्पल फेंक दी। इस महिला का नाम सुभ्रा घोरूई है। इस महिला का स्वास्थ्य ठीक नहीं है और वह इस घोटाले को लेकर काफी नाराज है। इस महिला ने हमारे सहयोगी चैनल 'टाइम्स नाउ' को बताया है कि आखिर उसने पार्थ चटर्जी पर चप्पल क्यों फेंकी? महिला का कहना है कि उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। घोटाले की रकम गरीब लोगों तक यदि पहुंची होती तो उन्हें लाभ हुआ होता।
पार्थ चटर्जी को देखकर मैं नाराज हो गई-महिला
महिला ने कहा, 'मेरी तबीयत ठीक नहीं है। मैं अस्पताल गई थी जहां एक भिखारी ने मदद मांगी। मेरे पास 500 एवं 100 रुपए के एक-एक नोट थे। मैंने भिखारी को दो रुपए दिए। भिखारी की ज्यादा मदद नहीं कर पाने मुझे दुख हो रहा था। तभी मैंने अस्पताल में पार्थ चटर्जी को देखा। उसे देखकर मैं नाराज हो गई। इस व्यक्ति की लूट मेरे दिमाग में ताजा हो गई।'
'घोटाले की रकम गरीब लोगों तक पहुंचनी थी'
महिला ने आगे कहा, 'यह आम लोगों का पैसा था। नाराजगी में मैंने अपना चप्पल पार्थ चटर्जी पर फेंका। इसे लेकर मुझे कोई पछतावा नहीं है। मेरी इच्छा था कि चप्पल उसके सिर पर लगे। लूट का पैसा यदि गरीब लोगों तक पहुंचा होता तो उनका भला हुआ होता। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। वह चोर है। मुझे इस बारे में और कुछ नहीं कहना है। इस तरह की लूट देखकर कोई भी परेशान हो जाएगा।'
ईडी की रिमांड आज खत्म हो रही है
महिला के पति ने कहा कि उनकी पत्नी ने पार्थ चटर्जी पर नहीं बल्कि उसमें छिपे चोर पर चप्पल फेंका। लूट के अलावा हमें पार्थ से कोई शिकायत नहीं है। मंगलवार को ईडी नियमित मेडिकल चेकअप के लिए पार्थ को जोका स्थित ईएसआई अस्पताल लेकर गई थी। इसी दौरान महिला ने उनकी तरफ चप्पल फेंक दिया। हालांकि, यह चप्पल टीएमसी के पूर्व नेता को नहीं लगी। बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में पार्थ और उनकी करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी का रिमांड आज समाप्त हो रहा है। ईडी दोनों को कोर्ट में पेश करेगी।