कोई भी समाज या देश महिलाओं को मजबूत बनाए बगैर संभव नहीं है। अगर किसी समाज में महिलाएं समृद्ध हैं तो वो समाज खुद ब खुद प्रगतिशील बन जाता है। महिलाओं को सशक्त बनाए जाने की दिशा में सरकारी और गैर सरकारी संगठन अपने अपने तरीके से काम कर रहे हैं ताकि हम एक ऐसे भारत का निर्माण कर सकें जो विश्वगुरु कहलाएं। 21 वीं सदी के तीसरे दशक में जब हम अपने अतीत का आंकलन करते हैं तो बिना किसी संदेह महिलाओं ने अलग अलग मुकाम हासिल किए हैंं, उसे और जीवंत बनाने के लिए वूमन एनुअल कॉन्फ्लूएंस 2021 का आयोजन किया गया।
एक मंच पर जुटीं खास महिला शख्सियतें
महिला सशक्तिकरण की दिशा में चल रहे प्रयासों के क्रम में "महिला वार्षिक संगम कार्यक्रम" का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्रीमती वृंदा शुक्ला, डीसीपी महिला सुरक्षा) रहीं। विशेष अतिथि के रूप में श्रीमती श्वेता सक्सेना (श्रीमती बेसिक शिक्षा अधिकारी महोदय) और श्रीमती शालिनि सिंह कार्यक्रम में शामिल हुईं। इस कांफ्रेंस में डीसीपी वृंदा शुक्ला ने कहा कि समाज को सशक्त बनाने में महिलाओं की अहम भूमिका है। महिलाओं को जागरुक और सशक्त बनाने की दिशा में समाज के हर वर्ग को आगे आना होगा।
एक मंच पर पूरे देश की झलक
महिला वार्षिक संगम में एक ऐसे मंच का निर्माण किया गया जहां महिलाएं वर्ष में एक दिन अपनी प्रतिभा को एक मंच के माध्यम से सांझा कर सके,अपनी दैनिक पारिवारिक व कामकाजी दिनचर्या से हटकर एक दिन अपने गायन, नृत्य,काव्यपाठ, व अन्य प्रतिभाओं को अन्य महिलाओं के साथ साझा कर सके। इस मंच से 68 प्रतिभागी महिलाओं ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया। प्रत्येक प्रतियोगिता के प्रतिभागियों में सर्वश्रेष्ठ तीन का चुनाव करने के लिए 15 सदस्यों की निर्णायक मंडल बनाया गया था। निर्णायक मंडल में डाइट प्रवक्ता श्रीमती निधि त्यागी,श्रीमती नीरज,श्रीमती अर्चना पांडे,श्रीमती अर्चना आर्य,श्रीमती नीता,श्रीमती मृदुला शुक्ला,श्रीमती ममता जयंत व अन्य शामिल रहें।
कठिन सवालों के सीधे जवाब
इस अद्भूत और ऐतिहासिक पहल में सभी महिलाओं ने पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लिया।कार्यक्रम में सभी महिलाओं ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी जिसने उपस्थित सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। कार्यक्रम का विशेष आकर्षण डीसीपी महोदया के साथ सीधा साक्षात्कार रहा जिसमें समाज में महिला सशक्तिकरण के विभिन्न पहलुओं पर आकांक्षा सक्सेना द्वारा कई सीधे प्रश्न पूछे गए व डीसीपी वृंदा शुक्ला ने स्पष्ट और व्यवहारिक उत्तर दिए जिसने सभा में उपस्थित सभी महिलाओं द्वारा पूर्ण सहमति से स्वीकारा गया।अखंड भारत की एक झलक प्रस्तुति में महिलाओं ने वेशभूषा के माध्यम से देश के कई राज्यों को दर्शाया गया।
'बिभर्ते' का क्या है कहना
बिभर्ते एनजीओ के मुखिया मोहन सिंह ने कहा कि भरत राम ग्लोबल स्कूल,ग्रेटर नोएडा में ये कार्यक्रम आयोजित किया गया।इस कार्यक्रम के सफल आयोजन का श्रय आयोजक,सहयोगी पार्टनर, समस्त प्रतियोगियों व दर्शकों को जाता है। भविष्य में भी महिला सशक्तिकरण की दिशा में आप सभी का साथ व सहयोग वांछनीय रहेगा। नारी रक्षार्थ के लिए उनका संगठन पूर्ण निष्ठा के साथ अग्रसर है ,हमारी इस मुहिम से जुड़ें और समाज में महिलाओं को सशक्त करने के लिए काम करते रहेंगे ।