- शुक्रवार को आए सैलाब के बाद अमरनाथ यात्रा रोक दी गई थी
- रास्ते पर आए अवरोधों के हटाने के बाद यात्रा की इजाजत दी गई
- इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 16 लोगों की जान जा चुकी है
Amarnath Yatra : अमरनाथ धाम में पूजा की इजाजत मिल गई है। शुक्रवार को अमरनाथ गुफा के पास आए सैलाब की वजह से यात्रा रुक गई थी और श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ का दर्शन नहीं कर पा रहे थे लेकिन अब श्रद्धालुओं के जत्थे को जम्मू से अमरनाथ के लिए यात्रा शुरू करने एवं गुफा में बाबा बर्फानी का दर्शन करने की अनुमति दे दी गई है। सैलाब के चलते अमरनाथ मार्ग पर आए अवरोधों को आज दूर कर लिया जाएगा, इसके बाद यात्रा शुरू करने की इजाजत दे दी जाएगी। शुक्रवार को बादल फटने की वजह से आए सैलाब में अब तक 16 लोगों की मौत हो गई है। करीब 40 लोग अभी भी लापता हैं।
मनोज सिन्हा ने बेस कैंप का जायजा लिया
जम्मू के डिप्टी कमिश्नर अवनी लवासा ने श्रद्धालुओं से कहा है कि 11 जुलाई या इससे पहले अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके लोग भगवती नवगर बेस कैंप आ सकते हैं। इससे पहले सरकार के सूत्रों ने कहा कि स्थानीय प्रशासन अमरनाथ यात्रा को समोवार अथवा मंगलवार से बहाल करने की इजाजत दे सकता है। जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने रविवार को पहलगाम स्थित बेस कैंप का दौरा कर हालात का जायजा लिया। यहां सिन्हा ने श्रद्धालुओं से बात की और वहां लंगर सहित व्यवस्था की समीक्षा की।
सेना ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन
अमरनाथ धाम हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के लिए सेना को उतारा गया। बचाव कार्य के लिए वायुसेना तैनात की गई। डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि अधिकतर घायलों को पहले ही अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है, जबकि कुछ लोगों को श्रीनगर के बेस अस्पताल में इलाज चल रहा है और उन्हें भी 24 घंटों में छुट्टी दे दी जाएगी।
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दो साल बाद शुरू हुई है यात्रा
राहत एवं बचाव कार्य में जुटे लोगों का कहना है कि लापता लोगों के जीवित मिलने की संभावना समय बीतने के साथ क्षीण होती जा रही है। लोगों की तलाश में मलबे को हटाया जा रहा है। हालांकि, बचाव कर्मी किसी चमत्कार से इंकार नहीं कर रहे हैं। बचाव दल लोगों की तलाश के लिए आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल कर रहा है। बता दें कि इस बार दो साल के बाद अमरनाथ यात्रा शुरू हुई है। कोरोना संकट की वजह से यह पवित्र यात्रा दो साल तक स्थगित रही है। यात्रा शुरू होने पर श्रद्धालुओं का खासा उत्साह देखा जा रहा है।