लखनऊ : लॉकडाउन में दूसरे राज्यों से अपने नागरिकों को निकालने के गृह मंत्रालय के आदेश के बाद इस दिशा में राज्य सरकारें सक्रिय हो गई हैं। देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश ने भी दूसरे राज्यों में फंसे अपने लोगों को निकालने की तैयारी शुरू कर दी है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि दूसरे राज्यों में फंसे प्रदेश के लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। उनकी सरकार राज्य के लोगों को निकालने की व्यवस्था बना रही है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने लोगों से धैर्य रखने की अपील की है। योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार लोगों को सुरक्षित अपने गृह राज्य लाएगी। उन्होंने लोगों से पैदल न चलने की अपील भी की है।
बता दें कि दूसरे राज्यों में फंसे अपने नागरिकों के लिए योगी सरकार काफी गंभीर है। लॉकडाउन शुरू होने के समय योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, हरियाणा सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों से फोन पर बात की और अपने नागरिकों की देखभाल करने का अनुरोध किया। सीएम योगी ने कहा कि उनकी सरकार यूपी के नागरिकों के ऊपर आने वाले खर्च का भुगतान राज्यों को करेगी। इसके अलावा योगी सरकार ने राजस्थान के कोटा में फंसे राज्य के करीब 8000 छात्रों को निकाला है। इसके लिए तीन सौ से ज्यादा बंसे आगरा से कोटा के लिए रवाना हुईं।
यही नहीं, योगी सरकार ने बाहर से पहुंचने वाले मजदूरों की जिले स्तर पर स्क्रीनिंग करने की व्यवस्था की है। यहां मजदूरों को क्वरंटाइन में रखे जाने के बाद उन्हें घर जाते समय राशन किट और 1000 रुपए देने की घोषणा की गई है।
योगी सरकार ने अन्य राज्यों से प्रवासियों की घर वापसी के लिए कार्ययोजना पर काम करना शुरू कर दिया है। अलग-अलग राज्यों में यूपी के मजदूर, छात्र, तीर्थयात्री फंसे हैं। दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को सरकार 14 दिन के क्वारंटाइन में रखेगी और स्वास्थ्य जांच के बाद उन्हें घर जाने दिया जाएगा। सीएम आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपनी टीम-11 के साथ बैठक की। बताया गया कि इस बैठक में मुख्यमंत्री ने श्रमिकों व कामगारों की वापसी को लेकर रणनीति पर चर्चा की।