उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना प्रभावित जिलों के दौरे पर निकले हैं। सोमवार को वह नोएडा में थे और यहां कोरोना के बढ़ते मामलों पर उन्होंन नोएडा डीएम बीएन सिंह को जमकर फटकार लगाई। योगी आदित्यनाथ की फटकार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। उसके बाद बाकी जिलों के प्रशासन में योगी के तेवर देख हड़कंप मच गया है। नोएडा के बाद योगी आदित्यनाथ मंगलवार को आगरा, मेरठ और गाजियाबाद का निरीक्षण करेंगे। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी जनपदों के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों की सूची वहां के जिलाधिकारियों से मांगी है।
कोरोना से निपटने को उत्तर प्रदेश सरकार पूरे एक्शन में नजर आ रही है। लॉक डाउन के दौरान घर घर दूध, सब्जी और दवाइयां पहुंचाने के फैसले के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने पान-मसाला और गुटखा बैन करने का आदेश दिया था। वहीं योगी आदित्यनाथ ने कई ऐसे फैसले लिए जो वाकई सराहनीय हैं। इन फैसलों में सामुदायिक किचन खोलने, मजदूरों को 1000 रुपये भेजने, मनरेगा मजदूरों को आर्थिक मदद भेजने जैसे फैसले शामिल हैं। तमाम प्रयासों के बावजूद कई जिलों में लॉकडाउन का प्रभावी पालन नहीं हो पा रहा है और कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को नोएडा पहुंचकर यहां कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव की तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी में समीक्षा बैठक में योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को पूरी गंभीरपूर्वक से कार्य करने का निर्देश दिया। सीएम योगी ने यमुना एक्सप्रेस—वे प्राधिकरण कार्यालय के समीप गरीब व जरूरतमंदों को भोजन व राशन का वितरण कर उन्हें हर संभव मदद का आवश्वासन दिया। इसके अलावा ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा हॉस्पिटल में स्थापित आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण कर वहां पर की गयी व्यवस्थाओं को बारीकी से परखा तथा उसपर संतोष व्यक्त किया।
पलायन रोकने की तैयारी
समीक्षा बैठक के दौरान सीएम योगी ने मजदूरों के पलायन के मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को शीघ्र रणनीति बनाकर अमल में लाने का आदेश दिया। सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वो ऐसे उद्योगों को कार्यशील करने के लिए चिन्हित करें, जहां से कोरोना वायरस के संक्रमण की संभावना नहीं है और वर्कर कैंपस में ही निवास करते हैं जैसे कि ईट भट्ठा के मजदूरों से सामुदायिक मेल मिलाप कम होता है। ऐसे उद्योगों के मालिकों से बात करके उन्हें बंद न करने की सलाह दें किन्तु सोशल डिस्टैन्सिंग का वह पूरा ख्याल रखें। ऐसे में मजदूरों का रोजगार भी चालू रहेगा और वे पलायन भी नहीं करेंगे।
केजरीवाल सरकार पर हमला
योगी आदित्यनाथ ने केजरीवाल का नाम न लेते हुए दिल्ली सरकार की निंदा की। दिल्ली सरकार द्वारा बिजली पानी के कनेक्शन काटा जाना निंदनीय है। ऐसे समय पर जब हमें एक दूसरे की सहायता करनी चाहिए, तब दिल्ली सरकार द्वारा इन लोगों के बिजली-पानी के कनेक्शन काट दिए गए। लॉकडाउन के दौरान असहाय लोगों को भोजन-पानी, दूध तथा अन्य जरुरी वस्तुएं नहीं मिलीं। जिस कारण भूखे लोग सड़कों पर उतरे। इतना ही नहीं बहुत सारे लोगों को मदद के नाम पर डीटीसी की बसों से बॉर्डर तक पहुँचाकर छोड़ दिया गया।
यूपी भवन में स्थापित कंट्रोल रूम का निरीक्षण
लॉकडाउन से उत्पन्न परिस्थितियों के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश के निवासियों की समस्यायों के निराकरण हेतु मुख्यमंत्री द्वारा उत्तर प्रदेश भवन में स्थापित कंट्रोल रूम का औचक निरीक्षण किया गया। उन्होंने निर्देश दिए कि दिल्ली या अन्य प्रदेशों में रहने वाले उत्तर प्रदेश के निवासियों के फोन कॉल्स को संजीदगी से लिया जाये तथा उनकी कठिनाईयों का हर सम्भव निराकरण किया जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि कॉलर को आश्वस्त किया जाये कि दिल्ली या जहां पर भी वह रह रहा है वहां से बाहर जाने में उसकी जान का खतरा है अतः उसके ठहरने, खाने, व उपचार की पूरी व्यवस्था उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही है। और उसकी सभी समस्याओं का समाधान यहीं पर किया जायेगा।