Punjab Congress and New CM: कैप्टन के इस्तीफे के बाद पंजाब सीएम की रेस में एक नहीं बल्कि कांग्रेस के आधा दर्जन नेता शामिल थे। सीएम पद के लिए अंदरखाने ऐसी जोर आजमाइश हो रही थी कि कांग्रेस आलाकमान को 36 घंटे लग गए आखिरी फैसला करने में। सोनिया और राहुल गांधी के फैसले वाली फाइल खुली तो चरणजीत सिंह चन्नी का नाम बाहर आया। चन्नी सिद्धू के करीबी हैं। कैप्टन के विरोधी हैं। कैप्टन के खिलाफ बगावत करने वालों में से एक हैं। उससे भी बड़ी बात ये है कि वो राहुल गांधी के भरोसेमंद हैं। यही वजह है कि वो सीएम की रेस जीत गए। चरणजीत सिंह चन्नी सिख भी हैं और दलित भी हैं। पंजाब की कास्ट पॉलिटिक्स पर फिट बैठते हैं। इसीलिए कांग्रेस आलाकमान ने चन्नी के नाम पर मुहर लगाया। पंजाब में करीब 34% SC-ST हैं, जो 30 सीटों पर जीत हार तय करते हैं। राहुल गांधी ने चन्नी को शुभकामनाएं दी हैं। शुभकामनाएं कैप्टन की तरफ से भी आई है। कैप्टन ने ट्वीट कर कहा कि चरणजीत सिंह चन्नी को शुभकामनाएं। मुझे उम्मीद है कि वो पंजाब की सरहदों को सुरक्षित रख पाएंगे और पंजाब के लोगों को बढ़ते पाकिस्तानी खतरे से बचाएंगे।
हरीश रावत ने कहा कि फैसला (पंजाब का नया मुख्यमंत्री चुनने का) कल ही लिया गया था, हम केवल राज्यपाल से मिलने का इंतजार कर रहे थे। चरणजीत सिंह चन्नी के नाम पर पार्टी एकमत थी। हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे कि वह (अमरिंदर सिंह) शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद रहें, लेकिन यह उनके ऊपर है। हमारी आपसी भावना है कि दो डिप्टी सीएम होने चाहिए। जल्द ही हम मंत्रिपरिषद के नामों के साथ इस पर निर्णय लेंगे। कुछ नामों पर चर्चा हुई है लेकिन यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है जो पार्टी आलाकमान के साथ इस पर चर्चा करते हैं और निर्णय लेते हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने चरणजीत सिंह चन्नी को बधाई दी और कहा कि राज्य के लोगों से किये गए वादों को पूरा करना जारी रखना है। उन्होंने ट्वीट किया कि चरणजीत सिंह चन्नी जी को नई जिम्मेदारी को लेकर बधाई। हमें पंजाब के लोगों से किये गए वादों को लगातार पूरा करना जारी रखना है। विश्वास ही सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।