- मनोहर लाल खट्टर ने दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली
- जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) नेता दुष्यंत चौटाला ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली
- खट्टर ने सरकार बनाने के लिए 57 विधायकों (बीजेपी के 40, जेजेपी के 10 और 7 निर्दलीय विधायक) के समर्थन का दावा पेश किया था
चंडीगढ़: मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने आज दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। बीजेपी को समर्थन देने वाली जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के नेता दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को छोड़कर आज किसी को भी मंत्री की शपथ नहीं दिलाई गई। हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने शनिवार को मनोहर लाल खट्टर को प्रदेश में अगली सरकार बनाने का न्यौता दिया। इससे पहले बीजेपी विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद खट्टर ने 57 विधायकों (बीजेपी के 40, जेजेपी के 10 और 7 निर्दलीय विधायक) के समर्थन के साथ सरकार गठन के लिए राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने दावा पेश किया। हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए 46 सीटें होना जरूरी है।
- हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के पिता अजय चौटाला ने कहा कि एक पिता के लिए इससे बेहतर अवसर और क्या हो सकता है? कांग्रेस जो चाहे कह सकती है, लेकिन यह सरकार 5 साल तक चलेगी और हरियाणा के विकास के लिए काम करेगी। इससे बेहतर दिवाली नहीं हो सकती थी।
- कांग्रेस के सीनियर नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बीजेपी और जेजेपी के गठबंधन सरकार बनाने को लेकर कटाक्ष करते हुए कहा कि जेजेपी ने जनादेश का अपमान किया है और लोगों की भावनाएं आहत की है। उन्होंने कहा, लोगों ने वोट किसी के लिए था, लेकिन जेजेपी ने समर्थन किसी और को दिया। बहरहाल, उन्होंने हरियाणा की नई सरकार को बधाई दी। हुड्डा ने कहा, मैं नई सरकार को शुभकामनाएं देता हूं। साथ ही मैं यह देखना चाहूंगा कि नई सरकार चलाने में जेजेपी और बीजेपी के बीच कितना समन्वय रहता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि नई सरकार हरियाणा के विकास के लिए काम करेगी।
- मुख्यमंत्री के तौर पर मनोहर लाल खट्ट्रर और डिप्टी सीएम के तौर पर दुष्यंत चौटाला के शपथ लेने पर पीएम मोदी ने बधाई दी। साथ ही उन्हें शुभकामनाएं दी क्योंकि वे हरियाणा के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए काम करते हैं।
- इस मौके पर बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनोरे, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, केन्द्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर, आरएल कटारिया, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल भी समारोह में मौजूद थे। जजपा नेता दुष्यंत चौटाला के पिता अजय चौटाला भी समारोह में थे। दुष्यंत की मां नैना चौटाला भी वहां मौजूद थीं।
- दुष्यंत चौटाला ने राजभवन में हरियाणा के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
- मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में राजभवन में शपथ ली।
- शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल और पार्टी नेता सुखबीर सिंह बादल हरियाणा के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करने चंडीगढ़ के राजभवन पहुंचे चुके हैं। अन्य नेता भी मौजूद हैं। दुष्यंत के पिता अजय चौटाला भी शपथ ग्रहण समारोह स्थल पर पहुंचे।
बीजेपी के समर्थन पर बोले दुष्यंत चौटाला
दुष्यंत ने कहा था, मैं पूछना चाहता हूं, क्या हमने यह चुनाव कांग्रेस के साथ लड़ा? लोगों ने यह जनादेश हमें कांग्रेस के खिलाफ भी दिया है। उन्होंने कहा, कांग्रेस वह पार्टी है जो देवीलाल ने 1977 से पहले छोड़ दी थी। हरियाणा में कांग्रेस का नेतृत्व वो लोग कर रहे थे जिन्होंने 10 सालों तक देश को लूटा, 63 हजार एकड़ जमीन बेची, राज्य में सीएलयू गिरोह सक्रिय था।
पिता की रिहाई पर बोले दुष्यंत चौटाला
शपथग्रहण में दुष्यंत के पिता अजय चौटाला एवं मां नैना चौटाला के भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। शिक्षक भर्ती घोटाले में तिहाड़ जेल की सजा काट रहे अजय चौटाला दो हफ्ते का फरलो पर रिहा होकर बाहर आ चुके हैं। उनके पिता अजय चौटाला के दो हफ्तों के लिए फरलो पर रिहा होने के बारे में दुष्यंत ने कहा कि जेल नियमावली के मुताबिक वह रविवार से पहले जेल से बाहर नहीं आ सकते थे क्योंकि प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू थी। उन्होंने कहा, वह परिवार के साथ दिवाली मनाने के लिए बाहर आ रहे हैं।
गोपाल कांडा का समर्थन नहीं लेगी बीजेपी
बीजेपी ने स्पष्ट किया कि विवादित नेता और सिरसा से विधायक गोपाल कांडा का समर्थन नहीं लेगी, जो आत्महत्या के लिए उकसाने के दो मामलों में आरोपी हैं। दुष्यंत ने मीडिया कहा कि बीजेपी और जेजेपी ने पांच सालों तक स्थायी सरकार देने का फैसला लिया है।
गौर हो कि पिछली बार 26 अक्टूबर 2014 को जब खट्टर ने शपथ ली थी तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लाल कृष्ण आडवाणी, अमित शाह, कई केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों एवं अकाली दल के वयोवृद्ध नेता प्रकाश सिंह बादल मौजूद थे।