नई दिल्ली: महाराष्ट्र में बीजेपी को शिवसेना ने झटका दिया, अब एनडीए की एक और सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) ने झटका दे दिया है। एलजेपी ने मंगलवार को झारखंड विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है। अकेले चुनाव लड़ने की खबर साझा करते हुए केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बेटे और एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि झारखंड में चुनाव लड़ने का निर्णय पार्टी की राज्य इकाई द्वारा लिया जाना था। और एलजेपी की राज्य इकाई ने स्वतंत्र रूप से 50 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। आज शाम तक पार्टी उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करेगी। गौर हो कि चिराग ने हाल ही में पार्टी की बागडोर संभाली है। राज्य में 2014 के विधानसभा चुनावों में एलजेपी ने एक सीट पर असफल चुनाव लड़ा।
यहां तक कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले जनता दल-यूनाइटेड (जेडीयू) ने भी झारखंड विधानसभा चुनावों में अकेले जाने का फैसला किया है। बीजेपी, एलजेपी और जेडीयू की वर्तमान में बिहार में गठबंधन सरकार है।
एनडीए में सबसे बड़ी पार्डी बीजेपी आजसू के साथ गठबंधन में झारखंड विधानसभा चुनाव लड़ रही है। बीजेपी ने रविवार को राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए 52 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की।
81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए 30 नवंबर से 20 दिसंबर तक 5 चरणों में वोटिंग होगी। वोटों की गिनती 23 दिसंबर को होगी।
गौर हो कि महाराष्ट्र में बीजेपी 30 साल पुरानी सहयोगी शिवसेना ने हाल ही में उनसे नाता तोड़ लिया है। अब कांग्रेस और शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाने जा रही है।