लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री ने कहा कि देश ने जब भी बड़ा लक्ष्य उसने उसे प्राप्त किया। संकल्पों से बड़े लक्ष्य की प्राप्ति की जा सकती है।
पीएम ने देश के विकास के लिए लोगों के सामने पांच मंत्र रखे। उन्होंने पंच मंत्रों- विकसित भारत का संकल्प, गुलामी की सोच से मुक्ति, विरासत पर गर्व,
एकता और एकजुटता और नागरिकों का कर्तव्य का उल्लेख किया।
अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने देश की ताकत एवं कमजोरियों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि जब हम अपनी धरती से जुड़ेंगे तभी तो ऊंचा उड़ेंगे और जब ऊंचा उड़ेंगे तभी तो विश्व को समाधान दे पाएंगे।
पीएम ने कहा कि हमारे पास दुनिया को देने को बहुत कुछ है। व्यक्तिगत तनाव होता है तो दुनिया को योग दिखता है, जब दुनिया को सामूहकि तनाव दिखता है तो भारत का परिवार दिखता है।
अपने आवास पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह।
लखनऊ में झंडारोहण करते सूब के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।
श्रीनगर में स्वतंत्रता दिवस समारोह में राज्य के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा।
कोलकाता में गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करतीं पश्चिम पंगाल की सीएम ममता बनर्जी।
पटना स्थित गांधी मैदान में ध्वजारोहण करते बिहार के सीएम नीतीश कुमार।
देहरादून में तिरंगे को सलामी देते सीएम पुष्कर सिंह धामी।
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