- प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड जावेद पंप का घर गिराया गया
- जावेद पर माहौल खराब करने का आरोप
- उपद्रवियों के खिलाफ प्रयागराज पुलिस की सख्त कार्रवाई
शुक्रवार 10 जून को जूमे की नमाज से ठीक पहले प्रयागराज में शांति थी। लेकिन जूमे की नमाज के बाद उपद्रवियों ने पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया। पुलिस पर पथराव किए और माहौल अशांत हो गया। कई इलाकों में लोग डर की वजह से घरों में कैद रहने के लिए मजबूर हो गए। पुलिस प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की और सैकड़ों की संख्या में उपद्रवियों की गिरफ्तारी हुई जिनमें से एक जावेद अहमद उर्फ जावेद पंप। इसे मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। लेकिन उसके साथ ही पुलिस का कहना है कि कई और मास्टरमाइंड हो सकते हैं। इन सबके बीच जावेद अहमद की बेटी आफरीना फातिमा जेएनयू में पढ़ती है और वो पुलिस की रडार पर है। प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड के खिलाफ बुलडोजर की कार्रवाई हो चुकी है। प्रयागराज में बुलडोजर चला और उसकी प्रतिक्रिया दिल्ली में हुई। जावेद पंप के समर्थन में जेएनयू के कुछ छात्र संगठन उतरे और सरकारी कार्रवाई का विरोध किया। इन सबके बीच आफरीन फातिमा ने अपने ट्विटर खाते में इंडिया की जगह लिंचिस्तान लिखा।
यूपी में कुल 333 आरोपी गिरफ्तार
10 जून को हुई हिंसा पर उत्तर प्रदेश के एडीजी कानून एवं व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर मंगलवार सुबह 7 बजे तक कुल 337 आरोपी गिरफ्तार हुए। प्रयागराज से 92, सहारनपुर से 83, हाथरस से 52, मुरादाबाद से 40, फिरोजाबाद से 18 और अंबेडकरनगर से 41 को गिरफ्तार किया गया है जबकि 13 प्राथमिकी दर्ज हुई है। प्रयागराज में हुई हिंसा में शामिल आरोपियों के खिलाफ प्रशासन ने कार्रवाई तेज कर दी है।
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