नई दिल्ली: श्रीनगर का आसमान रविवार की सुबह के समय लड़ाकू विमानों की आवाजों से गूंज उठा। यह दर्शनीय डल लेक के किनारे एक अनूठा एयर शो था जिसने निवासियों और पर्यटकों को विशेष रूप से राजसी हाउसबोट में रहने वालों को अचंभित कर दिया। यह एयर शो भारतीय वायु सेना (IAF) स्टेशन श्रीनगर और जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव समारोह के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था।
'अपने सपनों को पंख दें' शीर्षक वाले कार्यक्रम में भारतीय वायु सेना के इतिहास को उजागर करने के लिए स्थल पर एक फोटो-प्रदर्शनी भी लगी। भारतीय वायु सेना के प्रभावशाली एयर शो को देखने के लिए 3000 से अधिक कॉलेज और स्कूल जाने वाले छात्रों और लगभग सात सौ शिक्षकों ने कार्यक्रम में भाग लिया। यह आयोजन छात्रों को भारतीय वायु सेना और विमानन क्षेत्र में अपना करियर बनाने के सपने देखने के लिए प्रेरित करेगा।
दर्शक सूर्यकिरण और आकाशगंगा टीमों के साथ Su-30MKI, चिनूक, पैरा मोटर ग्लाइडर के प्रदर्शन के साक्षी बने। इस कार्यक्रम का उद्घाटन उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर (एसकेआईसीसी) में किया। भारतीय वायु सेना ने 14 साल के अंतराल के बाद श्रीनगर में डल झील पर एयर शो का आयोजन किया।
इस एयर शो में विभिन्न लड़ाकू विमानों और चिनूक हेलीकॉप्टरों ने हैरतअंगेज़ करतब दिखाए। कार्यक्रम वायुसेना के सबसे पुराने लड़ाकू विमान मिग 21 के साथ शुरू हुआ जो प्रसिद्ध डल झील और एसकेआईसीसी में मौजूद दर्शकों के ऊपर से गुजरे। चार मिग-21 लड़ाकू विमानों ने आसमान से मंच की ओर सलामी दी तथा दर्शकों ने जोरदार तालियां बजाईं। इसके बाद आकाशगंगा स्काइ डाइविंग टीम ने हैरान करने वाले करतब दिखाए और पायलटों ने विमानों से छलांग लगा दी। स्क्वाड्रन लीडर आफताब खान की अगुवाई में 10 सदस्यीय टीम ने जमीन पर आने के दौरान रोमांचकारी करतब किए। टीम के सदस्यों ने अपने पैराशूट खोले और विभिन्न रचनाओं का प्रदर्शन किया। आसमान में भारतीय राष्ट्रीय ध्वज, वायुसेना ध्वज और आकाशगंगा ध्वज लहराने लगे। टीम ने आसमान में तीन सदस्यीय तिरंगा रचना भी बनाई। इसके बाद तीन सुखोई एसयू-30 एमकेआई विमान आसमान में पहुंचे।