नई दिल्ली: हैदराबाद में एक महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और फिर उसकी बेरहमी से की गई हत्या के बाद एक बार फिर देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे। इस मामले में गिरफ्तार किए गए 4 आरोपियों की 6 दिसंबर की सुबह पुलिस के साथ एनकाउंटर में मौत हो गई। इन आरोपियों के एनकाउंटर के बाद कई लोगों ने खुशी जाहिर की तो कई लोगों ने सवाल भी उठाए।
लोगों ने खुशी जाहिर की कि ऐसे मामले के आरोपियों का इसी तरह हश्र किया जाना चाहिए। अदालत में सालों साल केस चलता है। निर्भया के दोषिया को भी 7 साल तक फांसी पर नहीं लटकाया जा सका है।
TIMES NOW को दिए खास इंटरव्यू में गृह मंत्री अमित शाह से जब इस संबंध में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, 'जो लोग इसकी तारीफ कर रहे हैं, उन्हें मैं कैसे रोक सकता हूं, रोकना भी नहीं चाहिए।' इसके बाद जब उनसे पूछा गया कि क्या आगे के फैसले एनकाउंटर से तय होंगे तो उन्होंने कहा कि मैं ऐसा नहीं कह सकता और ना ही ऐसा करने की सलाह दे सकता।
निर्भया के दोषियों को फांसी देने में हो रही देरी पर भी अमित शाह ने जवाब दिया।