- यूपी उपचुनाव में आजमगढ़ लोकसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा
- रामपुर लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी को पटखनी
- उपचुनाव की जीत है डबल इंजन सरकार की पंसद में इजाफा?
नई दिल्ली: जीत का रंग हमेशा चटख होता है और जब जीत ऐसी जगह पर मिले...जहां लंबे वक्त से कोशिश हो रही हो तो उसका मजा कई गुना नहीं, बल्कि कई-कई गुना बढ़ जाता है। यूपी विधानसभा चुनाव में अपने दम पर सभी पार्टियों को चारों खाने चित करने के बाद बारी थी सूबे के दो लोकसभा सीटों पर उपचुनाव की वो भी उस सीट की जो समाजवादी पार्टी का गढ़ रही है। लेकिन बीजेपी ने यहां भी सेंधमारी करके 2024 लोकसभा चुनाव के पिक्चर की झलक दिखा दी।
क्या ये जीत 2024 का ट्रेलर है ?
यूपी के दो सीटों पर हुए उपचुनाव में जीत का जश्न...जीत की खुमारी इसी बात का संदेश है कि मोदी-योगी की पंसद में इजाफा हुआ है जो एक ट्रेलर मात्र है और इसकी पूरी पिक्चर 2024 में दिखाई देने वाली है। रामपुर में भाजपा के घनश्याम लोधी ने सपा के आसिम राजा को 42192 मतों के अंतर से हराया जबकि आजमगढ़ में भाजपा उम्मीदवार एवं भोजपुरी अभिनेता दिनेश लाल यादव निरहुआ ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के धर्मेंद्र यादव को 8679 मतों के अंतर से शिकस्त दी। इस बड़ी जीत के बाद सीएम योगी ने साफ-साफ संदेश दे दिया।
आजम को चुनौती
आजमगढ़ बीते 8 सालों से समाजवादी पार्टी का गढ़ रहा है लेकिन अब इस तिलिस्म को तोड़ा डाला भोजपुरी सुपरस्टार और बीजेपी नेता दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ ने। उन्होंने अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को पटखनी दी। कभी रामपुर की सियासत पर आजम खान का एकछत्र राज हुआ करता था। 2019 लोकसभा चुनाव में खुद आजम खान यहां से चुनाव जीते थे वो भी जेल में रहकर। 2022 विधानसभा चुनाव भी आजम ने जेल में रहकर लड़ा और जीत गए। लेकिन इस बार बीजेपी ने ये तिलिस्म भी तोड़ डाला और 2024 में होने वाले लोकसभा का ट्रेलर दिखा डाला।
आजमगढ़ और रामपुर में हार पर भड़के अखिलेश यादव, बीजेपी सरकार ने सत्ता का खुलकर किया दुरुपयोग