नई दिल्ली: रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ और टीवी रेटिंग एजेंसी BARC के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता के व्हाट्सएप चैट सामने आने के बाद टीआरपी स्कैम में कई हैरान कर देने वाले खुलासे हुए हैं। इसी चैट से पता चला है कि एक जगह तत्कालीन बार्क CEO ने सिस्टम में रिपब्लिक टीवी के संस्थापक अर्नब गोस्वामी के 'प्रभाव' की प्रशंसा की है।
एक जगह पर गोस्वामी का दावा है कि कोई भी वरिष्ठ वकील उनके चैनल के खिलाफ पेश होने के लिए सहमत नहीं था। एक तरफ जहां पार्थो रिपब्लिक टीवी की टीआरपी रेटिंग बढ़ाने में अर्नब की मदद कर रहे थे, वहीं दूसरी तरफ वो पीएमओ में मीडिया सलाहकार का पद पाने के लिए उनकी मदद भी मांग रहे थे।
इससे स्पष्ट है कि दोनों अपनी-अपनी ताकतों का दुरुपयोग कर एक-दूसरे को मदद पहुंचा रहे थे और लाभ ले रहे थे। खास बात ये है कि इन दोनों ने महीनों नहीं बल्कि सालों तक घपलों को अंजाम दिया। चैट से सामने आया है कि अर्नब बार-बार दिखा रहे हैं कि उनकी पहुंच कहां तक है। वो अपनी बातचीत में पीएमओ तक का जिक्र कर रहे हैं।