- मौलाना मदनी के भड़काऊ बयान का हिंदू समाज भी कर रहा है विरोध
- हम हर जुल्म सह लेंगे लेकिन वतन पर आंच नहीं आने देंगे- मदनी
- अपनी तकरीर के दौरान मदनी ने सामाजिक एकता पर दिया जोर
Jamiat Ulema Meeting: ज्ञानवापी विवाद के बीच आज जमीयत उलेमा हिंद की बैठक हुई। इस दौरान जमीयत के मुखिया मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि देश के लोगों को बांटने की कोशिश की जा रही है। इस बीच Balak Das Ji Maharaj ने Times Now Navbharat से ख़ास बातचीत में जमीयत पर निशाना साधते हुए बोले, Court पर भरोसा तो जमीयत की बैठक क्यों? वाराणसी में व्यास संघ के अध्यक्ष महंत बालक दास महाराज ने जमीयत के जलसे पर निशाना साधा है।उनसे हमारे सहयोगी हिमांशु दीक्षित ने बात की।
आरएसएस की भी प्रतिक्रिया
व्यास संघ के अध्यक्ष महंत बालक दास महाराज ने कहा, 'मुस्लिम पक्ष सबूत सार्वजनिक क्यों नहीं करवाना चाहता.. साथ ही ज्ञानवापी मामले में आगे क्या उम्मीद है।' वहीं जमीयत की बैठक में मुस्लिमों को भड़काने को लेकर आरएसएस ने भी हमला बोला है। आरएसएस के इंद्रेश कुमार ने कहा कि हिंदुस्तान के मुसलमान हिंदुस्तानी हैं उन्हें डरने की जरूरत नहीं है।
जमीयत की बैठक में हुई चर्चा
इससे पहले आज उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के देवबंद में जमीयत-उलेमा-ए-हिंद की मज्लिसे मुंतज़िमा (प्रबंधक समिति) की बैठक में प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत-उलेमा-ए-हिंद ने कथित तौर पर मुल्क में बढ़ती साम्प्रदायिकता पर चिंता व्यक्त की। मौलाना मदनी ने कहा कि सभाओं में अल्पसख्यकों के खिलाफ कटुता फैलाने वाली बातें की जाती हैं लेकिन सरकार ने इस ओर आंखें मूंदी हुई हैं। मुस्लिम संगठन ने यह भी आरोप लगाया कि देश के बहुसंख्यक समुदाय के दिमाग में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार के ‘संरक्षण में ज़हर घोला जा रहा है’
मौलाना मदनी ने कहा कि आज के हालात काफी मुश्किल हैं। हमारा दिल जानता है कि हम किस मुश्किल दौर में हैं। हमारी स्थिति तो उस व्यक्ति से भी खराब है, जिसके पास कुछ नहीं है। हमारी स्थिति का अंदाजा कोई और क्या लगा सकता है।