- भवानीपुर सीट से भाजपा ने प्रियंका टिबरेवाल को अपना उम्मीदवार बनाया
- इस सीट पर उपचुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से होगी प्रियंका की टक्कर
- इस सीट पर जीत के लिए भाजपा ने ताकत लगाई, पर्यवेक्षक नियुक्त किए
कोलकाता : भवानीपुर सीट पर उपचुनाव दिलचस्प होने जा रहा है। इस सीट पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रियंका टिबरेवाल को उतारने का फैसला किया है। प्रियंका ने बंगाल हिंसा पीड़ितों का केस लड़ा है। ममता के मुकाबले प्रियंका को उतारकर भाजपा ने स्पष्ट संकेत दिया है कि वह मुख्यमंत्री को कड़ी टक्कर देने जा रही है। इस सीट के लिए भाजपा ने सांसदों एवं विधायकों को ऑब्जर्वर बनाया है। पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने 'टाइम्स नाउ नवभारत' के साथ बातचीत में कहा कि भवानीपुर की जनता आज भी भाजपा के साथ है। भाजपा ने उन्हें नंदीग्राम में हराया, पार्टी इस सीट पर भी उन्हें हराएगी। अधिकारी ने कहा कि बंगाल में जंगलराज कायम है। ममता और प्रियंका दोनों आज ही इस सीट पर पर्चा दाखिल करने वाले हैं। 30 सितंबर को इस सीट पर उपचुनाव होना है।
कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर हम चुनाव लड़ेंगे-प्रियंका
'टाइम्स नाउ नवभारत' से खास बातचीत करते हुए प्रियंका ने कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति काफी खराब है। बंगाल चुनाव नतीजों के बाद जो हिंसा हुई उसे सभी ने देखा। इस हिंसा के विरोध में हमारी लड़ाई है। अब यह जनता पर है कि वह हिंसा का संरक्षण देने वाली नेता का समर्थन करती है या जिसने इस हिंसा के खिलाफ आवाज उठाई उसका साथ देती है। प्रियंका ने कहा कि पश्चिम बंगाल में अभी हिंसा थमी नहीं है।
भाजपा ने घोषित किए उम्मीदवार
भाजपा ने राज्य में तीन सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है। पार्टी ने समसेरगंज सीट के लिए मिलन घोष, जंगीपुर सीट के लिए सुजीत दास और भवानीपुर सीट के लिए प्रियंका टिबरेवाल को अपना उम्मीदवार बनाया है। ममता ने इस बार विधानसभा चुनाव नंदीग्राम सीट से लड़ा था लेकिन इस सीट पर वह हार गईं। इस सीट पर सुवेंदु अधिकारी ने ममता को कड़े मुकाबले में हराया। ममता को सीएम बनने के छह महीने के भीतर किसी सीट से विधानसभा चुनाव जीतना है। भवानीपुर से वह विधायक रह चुकी हैं लेकिन वोटों के समीकरण को देखते हुए इस बार उन्होंने नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का फैसला किया था।