- तृणमूल कांग्रेस अब बंगाल से निकलकर त्रिपुरा में भी कर रही है संगठन का विस्तार
- त्रिपुरा पहुंचे ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी का काफिला रोका गया
- हालिया विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने हासिल की थी शानदार जीत
त्रिपुरा: पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress)अब पड़ोसी राज्य त्रिपुरा में अपनी जड़ें जमाने की कोशिशों में जुट गई है। त्रिपुरा (Tripura) में संपर्क अभियान के तहत तृणमूल कांग्रेस (TMC) के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee)आज जैसे ही त्रिपुरा पहुंचे तो उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा। भाजपा कार्यकर्ताओं ने अभिषेक बनर्जी के काफिले को रोक दिया। इस दौरान अभिषेक प्रसिद्ध त्रिपुरश्वेरी मंदिर जा रहे थे।
2023 होने हैं चुनाव
भारतीय जनता पार्टी शासित त्रिपुरा में संपर्क अभियान के तहत तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी सोमवार को पूर्वोत्तर के इस राज्य के दौरे पर हैं। टीएमसी का दावा है कि यहां उसका एक मजबूत जनाधार है। पूर्वोत्तर के इस राज्य में 2023 में चुनाव होने हैं। राज्यसभा में टीएमसी के उप नेता सुखेंदु शेखर रॉय ने पीटीआई से कहा, ‘अभिषेक त्रिपुरा में पार्टी की यात्रा का नेतृत्व करेंगे, जहां बंगाली और अन्य समुदाय हमारा, हमारी नेता ममता बनर्जी का समर्थन कर रहे हैं। वे बिप्लब देब नीत भाजपा सरकार से त्रस्त हैं।’
आई-पैक की टीम हुई थी नजरबंद
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की तीन सदस्यीय टीम, जिसमें दो मंत्री और एक पूर्व राज्यसभा सदस्य शामिल हैं वो बंगाल पहुंची थी। दरअसल यहां प्रशांत किशोर की इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (आई-पैक) टीम के 23 सदस्यों को कथित तौर पर नजरबंद किया गया था जिसके बाद टीएमसी टीम यहां पहुंची थी। हालांकि पुलिस ने दावे को 'पूरी तरह से झूठा' और 'मनगढ़ंत' करार दिया था।