नई दिल्ली: एक तरफ देश आजादी की 75वीं सालगिरह मना रहा है तो दूसरी तरफ विपक्ष इस सेलिब्रेशन में और इसके पोस्टर्स में खामियां ढूंढ रहा है। ताजा मामला भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद के एक पोस्टर को लेकर उठा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ICHR के एक पोस्टर में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की तस्वीर नहीं होने को लेकर सवाल उठाया और केन्द्र सरकार पर जवाहर लाल नेहरू के योगदान की अनदेखी का आरोप लगाया। शशि थरूर ने ट्वीट कर कहा कि केंद्र सरकार ने देश के पहले प्रधानमंत्री के आजादी में योगदान को दरकिनार कर दिया है और ये सरकार का आदत बनती जा रही है।
आम आदमी पार्टी के नेता और राज्य सभा सांसद संजय सिंह ने भी कांग्रेस के सुर में सुर मिलाते हुए बीजेपी को कटघरे में घेरने की कोशिश की है। वहीं एनसीपी नेता माजिद मेमन ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि जवाहरलाल नेहरू को कभी भुलाया नहीं जा सकता, और वो उन नेताओं में से एक हैं जिन्होंने आगे से नेतृत्व किया। वर्तमान सरकार की उन्हें नीचा दिखाने की कोशिश से यही समझा जा सकता है कि ये सरकार राजनीति कर रही है।
इधर केंद्रीय मंत्री वी. मुरलीधरन ने शशि थरूर की इस शिकायत पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कांग्रेस ना तो प्रधानमंत्री का सम्मान करती है और ना ही उनकी बातों को ध्यान से सुनती है। मुरलीधरन ने ये भी कहा कि कांग्रेस को लगता है कि शायद पोस्टर्स पर तस्वीरें देश को लोगों को योगदान गिनाती हैं।