लखनऊ की रहने वाली 87 साल की उषा गुप्ता ने पिछले एक महीने में 65000 लोगों तक खाना उपलब्ध कराया है. लखनऊ से दिल्ली अपने बेटी के घर रहने आई उषा और उनके पति कोरोना के शिकार हो गए. उषा तो बच गईं लेकिन उनके पति की कोविड के कारण मौत हो गई. पति के गुजरने के बाद उषा ने कोविड से पीड़ित परिवारों की मदद कर रही हैं और कोविड के हालात को देखते हुए आगे भी उषा गुप्ता लोगों की मदद करती रहेंगी.